मोहर्रम में क्यों सड़कों, चौराहों और बाज़ारों में निकलते हैं जुलूस, जानें इसके पीछे की कहानी!
मो0 अल्ताफ अली Sat, 13 Jul 2024-7:28 pm,
Muharram 2024: इमाम हुसैन की शहादत के बाद आपके घरवालों को कैदी बनाया गया और शहीदों के सर को नेजे पर बुलंद किया गया. इस पूरे काफिले को अलग-अलग शहरों और बाजारों में फिराया गया. जब ये काफिला इराक के शहर कूफ़ा के बाजार में दाखिल हुआ तो इमाम-ए-हुसैन का सर नेजे पर बुलंद सबसे आगे था. वीडियो में सुने पूरी की कहानी