मोहर्रम में क्यों निकाली जाती है अलम (झंडा) के जुलूस, और क्या है इसके पीछे की पूरी कहानी?
Muharram 2024: अलम (झंडा) हर मुल्क, इलाके और पुराने जमाने में कबीलों की पहचान हुआ करता था. हमारे मुल्क की भी एक परचम है, जिसे 'तिरंगा' कहते हैं. राजनीतिक पार्टियों के भी अपने झंडे हुआ करते हैं, जिससे उस पार्टी की पहचान होती है. अरब में भी हर कबीले के अपने झंडे या अलम हुआ करते थे, और जंग के मौकों पर कबीले वाले अपने-अपने अलम के नीचे हो जाया करते थे. अरब में अलम उठाने वालों को बहुत अहमियत दी जाती थी.