Air Force Plane Crash Video: आगरा में एयरफोर्स का प्लेन क्रैश, आसमान से गिरते हुए वीडियो वायरल
Air Force Plane Crash Video: आगरा में एयरफोर्स का प्लेन क्रैश होने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में आसमान से प्लेन तेजी से गिरता हुआ दिख रहा है.
Air Force Plane Crash Video: उत्तर प्रदेश के आगरा में भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के मिग-29 लड़ाकू विमान के हादसे का शिकार हो गया. हेलीकॉप्टर कंट्रोल से बाहर हो गया और जमीन पर जा गिरा. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. फुटेज में मिग-29 को तेजी से नीचे गिरते हुए देखा जा सकता है, जिससे उड़ान में अफरा-तफरी मच जाती है. जमीन पर गिरते ही उसमें आग लग जाती है.
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो
फुटेज में मिग-29 को तेजी से नीचे गिरते हुए देखा जा सकता है. जमीन पर गिरते ही उसमें आग लग जाती है. हादसा पेश आने के बाद भारी तादाद में लोग वहां इकट्ठा हो जाते हैं. हालांकि, बाद में इन्हें मिलिट्री के जरिए वहां से हटा दिया जाता है.
कब का है मामला?
यह दुर्घटना शनिवार को हुई जब विमान आगरा के पास एक खेत में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. जहां तक इस भयावह दुर्घटना के पीछे के कारण का सवाल है, भारतीय वायुसेना ने पुष्टि की है कि दुर्घटना से पहले मिग-29 में "सिस्टम में खराबी" आई थी.
इंडियन एयरफोर्स ने क्या कहा?
इंडियन एयरफोर्स ने कहा,"भारतीय वायुसेना का एक मिग-29 विमान आज नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान सिस्टम में खराबी आने के कारण आगरा के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. पायलट ने विमान को इस तरह से संचालित किया कि जमीन पर जान-माल को कोई नुकसान न पहुंचे, फिर वह सुरक्षित तरीके से विमान से बाहर निकल गया. दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए भारतीय वायुसेना ने जांच के आदेश दे दिए हैं."
सौभाग्य से, पायलट महफूज तरीके से विमान से बाहर निकलने में कामयाब रहा, और उसने क्षतिग्रस्त विमान को आबादी वाले इलाकों से दूर ले जाकर ज़मीन पर किसी भी तरह की दुर्घटना से बचा लिया. स्थानीय लोगों ने दावा किया कि पायलट को पास के बहा गांव में पैराशूट से उतरते हुए देखा गया था.
इससे पहले भी मिग हो चुका है हादसे का शिकार
आज की भयावह घटना से पहले, पिछली मिग-29 दुर्घटना 2 सितंबर को राजस्थान के बाड़मेर में हुई थी. यह दुर्घटना "गंभीर तकनीकी खराबी" के कारण हुई थी. मिग-29 को मूलतः 1983 में सोवियत संघ द्वारा विकसित किया गया था, जिसे 1987 में भारत ने हासिल कर लिया था.