Lakhisarai News: मां-बाप के देहांत के बाद बच्चों में झगड़े होना बेहद आम सी बात है. इसकी ज्यादातर वजह मां/बाप के ज़रिए छोड़ी गई जायदाद/पैसा/सोना या कोई भी अन्य कीमती चीज हो सकती है लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि एक मां का देहांत होने के बाद उसके बच्चों में इसलिए झगड़ा हो गया क्योंकि कोई उनको जलाना चाहता था तो कोई दफनाना चाहता था? शायद नहीं सुना होगा. लेकिन ऐसा हाल ही में बिहार के लखीसराय में देखने को मिला है.


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दफनाने और जलाने को लेकर क्यों लड़े बच्चे?
अब हम आपको बच्चों के बीच लड़ाई की वजह बताने जा रहे हैं. वजह जानकर भी आप हैरान हो जाएंगे. दरअसल जिस महिला की मौत हुई है उसके 4 बच्चे हैं. इनमें से 2 हिंदू हैं और दो मुसलमान हैं. इसलिए मां का देहांत होने के बाद मुस्लिम बच्चों ने इस्लाम की रीति-रिवाज के मुताबिक आखिर रस्में अदा करना चाहीं, वहीं हिंदू बच्चों ने हिंदू धर्म के मुताबिक दाह संस्कार करना चाहा. लेकिन दोनों एक दूसरे को समझने को तैयार नहीं थे. मामला पुलिस तक पहुंचा. 


अब हम आपको बताते हैं कि एक ही परिवार में दोनों धर्म के लोग कैसे और क्यों रह रहे थे. इसके पीछे की वजह यह है कि एक लड़की ने 45 साल पहले एक शख्स से निकाह किया था. लड़की मुस्लिम थी और उसका नाम रायका खातून था. निकाह के बाद पति-पत्नी में सब कुछ ठीक-ठाक चला और दोनों के दो बेटे भी हुए. हालांकि कुछ दिन बाद लड़की को उसके पति ना तलाक दे दिया. 


पहले पति से तलाक मिलने के कुछ दिन बाद लड़की ने एक ब्राह्मण से शादी कर ली और दोनों बेटों के साथ उसके यहां रहने लगी. एक खबर के मुताबिक महिला ने अपना नाम रेखा रख लिया था लेकिन वो यहां रहकर भी नमाज़ अदा किया करती थी. दूसरे पति से भी महिला के 2 बच्चे हुए. अब महिला के 4 बच्चे हो चुके थे. दो मुस्लिम पति से और दो हिंदू पति से और चारो बच्चे एक ही घर में अपने-अपने धर्म का पालन करते थे. महिला के पति का काफी वक्त पहले देहांत हो चुका है लेकिन अब जब खुद महिला इस दुनिया से रुख्सत हुई तो यह बच्चों में यह विवाद खड़ा हुआ. 


विवाद बढ़ा तो मामला पुलिस तक पहुंचा और पुलिस ने मसले को सुलझाते हुए कि अभी महिला का आखिरी पति हिंदू था. इसलिए उनकी हिंदू धर्म के मुताबिक अंतिम संस्कार हो. हालांकि पुलिस ने मुस्लिम बच्चों को लेकर 40वां करने की इजाज़त दी है. प्रशासनत के इस फैसले को दोनों ही मज़हब के बच्चों ने माना और उस पर अमल कर रहे हैं.


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