Eid Ul Fitr 2022 Greetings and Best Wishesh: रमजान का पवित्र महीना आज खत्म होने जा रहा है. आज शाम को शव्वाल (अरबी महीने का नाम) का चांद नजर आ जाएगा, जिसके बाद अगले दिन यानी मंगलवार को ईद का त्योहार मनाया जाएगा. ईद मुसलमानों को सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है. यह ईद रमजान के तीस रोजों के बाद आती है और लोग बेसब्री से इसका इंतेजार करते हैं. ईद के कुछ दिन पहले से ही बाजारों की रौनक बढ़ गई है. हिंदुस्तान में ईद ना सिर्फ मुस्लिम बल्कि हिंदू भाई उनके साथ मिलकर मनाते हैं. आज का दौर डिजिटल का है. इस दौर में सभी लोग सोशल मीडिया के ज़रिए एक दूसरे को बधाई देते हैं. बधाइयों का दौर चांद रात के दिन से शुरू हो जाता है. इसलिए हम आपको एक दूसरे को बधाई देने के लिए उर्दू शायरी के कुछ चुनिंदा शेर पेश कर रहे हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

"ईद आई तुम न आए क्या मज़ा है ईद का
ईद ही तो नाम है इक दूसरे की दीद का


ईद के बाद वो मिलने के लिए आए हैं
ईद का चाँद नज़र आने लगा ईद के बाद


हम ने तुझे देखा नहीं क्या ईद मनाएँ
जिस ने तुझे देखा हो उसे ईद मुबारक


ईद का चाँद तुम ने देख लिया
चाँद की ईद हो गई होगी


क़त्ल की सुन के ख़बर ईद मनाई मैं ने
आज जिस से मुझे मिलना था गले मिल आया


ईद को भी वो नहीं मिलते हैं मुझ से न मिलें
इक बरस दिन की मुलाक़ात है ये भी न सही


जब आया ईद का दिन घर में बेबसी की तरह
तो मेरे फूल से बच्चों ने मुझ को घेर लिया


ईद का दिन है गले आज तो मिल ले ज़ालिम
रस्म-ए-दुनिया भी है मौक़ा भी है दस्तूर भी है


उस से मिलना तो उसे ईद-मुबारक कहना
ये भी कहना कि मिरी ईद मुबारक कर दे


ऐ हवा तू ही उसे ईद-मुबारक कहियो
और कहियो कि कोई याद किया करता है


है ईद का दिन आज तो लग जाओ गले से
जाते हो कहाँ जान मिरी आ के मुक़ाबिल


मिल के होती थी कभी ईद भी दीवाली भी
अब ये हालत है कि डर डर के गले मिलते हैं"


ZEE SALAAM LIVE TV