Udaipur Update: राजस्थान में उदयपुर में एक दर्जी के बेरहमी से कत्ल मामले ने एक बार फिर देश को झकझोर कर रख दिया है. दर्जी को दो लोगों ने इसलिए कत्ल किया क्योंकि उसने गुस्ताखे रसूल नूपुर शर्मा की हिमायत कोई पोस्ट किया था. जिसके बाद से वो हत्या के आरोपियों (रियाज और गौस) के निशाने पर थे. हालांकि दोनों पक्षों के बीच इस मामले को लेकर आपसी बातचीत से सुलह हो गई थी लेकिन फिर मंगलवार को आई तस्वीरों ने एक बार फिर देश को सांप्रदायिकता की आग में झोंक दिया. 


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आरोपियों ने उसकी दर्जी को उसकी दुकान में जाकर कत्ल किया और वीडियो भी बनाया. इतना ही नहीं उन्होंने कत्ल करने के बाद भी एक वीडियो बनाया. जिसमें वो अपने कत्ल की घटना की शेखी बघारते नजर आ रहे हैं. इस वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के बाद वो वहां से भागने लगे. बाइक हेल्मेट पहनकर दोनों आरोपी भाग रहे थे लेकिन इस दौरान उन्हें पुलिस ने पकड़ लिया. घटना के बाद धारा 144 और इंटनेट पर पाबंदी जैसे कदम उठाए गए हैं. 


एक दिग्गज अफसर ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा, "पहली नजर में यह एक आतंकी मामला लगता है और इसकी जांच की जरूरत है, जिसमें उनके सोशल मीडिया प्रोफाइल को खंगालना शामिल है. गिरफ्तार किए गए एक आरोपी का नाम रियाज अख्तरी है. बताया जा रहा है कि अख्तरी के संबंध पाकिस्तान में मौजूद दावत-ए-इस्लामी से हैं, जिसकी भारत में भी ब्रांच हैं. दावत-ए-इस्लामी के कुछ सदस्य 2011 में पाकिस्तान के राज्य पंजाब के गवर्नर सलमान तासीर के कत्ल समेत कई आतंकी घटनाओं में शामिल थे.


क्या है दावत-ए-इस्लामी?


दावते-ए-इस्लामी संगठन का संस्थापक मौलाना इलियास अत्तारी है जो पाकिस्तान में रहता है. इस संस्था को पाकिस्तान से ही चलाया जाता है. इसकी हिंदुस्तान समेत कई मुल्कों में शाखाएं भी हैं. हिंदुस्तान में दावत-ए-इस्लामी का हेडक्वॉर्टर नई दिल्ली और मुंबई में मौजूद है. एक जानकारी के मुताबिक इस संस्था के तकरीबन 190 देशों में अपना जाल फैलाया हुआ है. 


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