Relationship Tips: आज के दौर में शादीशुदा जिंदगी लगभग हर जगह बहस का मुद्दा बनी रहती है. मियां बीवी का रिश्ता होता भी बहुत नाजुक है. ना सिर्फ मियां-बीवी बल्कि रिलेशनशिप में रह कपल्स में ज्यादातर लोगों का रिश्ता बहुत नाजुक होता है. एक छोटी सी वजह से पूरे रिश्ते को खत्म कर देती है. ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी वजहें बताएंगे कि अगर आप अपने रिश्ते में उन चीजों को महसूस कर रहे हैं तो फिर अलर्ट हो जाएं और फिर रिश्ते को आपसी तालमेल के सुलझाएं. यहां दिए गए कुछ सुझाव ना सिर्फ पति-पत्नी बल्कि रिलेशनशिप में रह रहे गर्लफ्रेंड और ब्वॉफ्रेंड के काम भी आ सकते हैं. 


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अक्सर देखा होगा कि जब एक जोड़ा शुरुआत में एक साथ आता है तो ना सिर्फ इस जिंदगी बल्कि अगली कई जिंदगी एक दूसरे के साथ गुजराने के वादे करते हैं लेकिन एक ही जिंदगी एक साथ गुजारना भारी पड़ जाता है. रिश्ते की नाकामी के पीछे कहीं ना कहीं दोनों का ही हाथ होता है. क्योंकि यह रिश्ता बाकी रिश्तों की तरह नहीं होता. इसमें एख दूसरे से उम्मीदें, साथ देने या फिर कई अन्य तरह के "लालचों" से जुड़ा रहता है. लालच का मतलब यहां कोई गलत नहीं है. हालांकि कुछ लोग लालच में भी रिश्ते को चलाते हैं. खैर आइए हम आपको बताते हैं कि किन किन वजहों से रिश्तों में दरार पैदा होती है. 


कम्युनिकेशन की दिक्कत:


अक्सर रिश्तों में देखा गया है कि कम्युनिकेशन की बहुत बड़ी समस्या होती है. लड़का हो या लड़की दोनों एक दूसरे के प्रति मन में चीजें रखे रहते हैं. जो गुजरते वक्त के साथ साथ और बड़ी हो जाती हैं. बल्कि अगर वो इन बातों को एक दूसरे से मैच्योरिटी के साथ बैठकर करें तो हो सकता है कि समस्या तुरंत हो हल जाएंगी. 


फिजिकल लाइफ में दिक्कत:


शादी शुदा जिंदगी में कई बार फिजिकल लाइफ भी एक दूसरे के लिए समस्या बन जाती है. जर्नल फॉर सेक्स एंड मैरिटल थेरेपी में की एक स्टडी में बताया कि तलाक ले चुके 2000 से ज्यादा लोगों से जब इस बारे में बात की गई तो उनमें से 47 फीसद लोगों ने रिश्ते में फिजिकल लाइफ को समस्या बताया. इसलिए फिजिकल लाइफ को बेहतर बनाना भी दोनों का ही काम है. 


जरूरत से ज्यादा उम्मीदें:


एक समस्या यह भी है कि कपल एक दूसरे से कुछ ज्यादा ही उम्मीदें रख लेते हैं. ऐसा एक्सर लव मैरिज में देखा गया है. शादी के फौरन एक दूसरे को लगने लगता है कि ये वो शख्स तो नहीं है जो शादी से पहले था, यानी शादी से पहले ये शख्स ठीक था लेकिन बाद में बदल गया. हालांकि ज्यादातर इंसान को जरूरतें बदले पर मजबूर कर देती हैं और उसका पार्टनर सोचता है कि वो ही बदल गया.


एक दूसरे की इज्ज़त:


रिश्ते खत्म होने के पीछे एक इज्ज़त ना होना भी बहुत फेक्टर होता है. इसलिए अपने पार्टनर के प्रति इज्ज़त की भावना को कभी खत्म ना होने दें. इसकी अहम वजहें ये होती हैं कि जब हम किसी को बाहर से देखते हैं तो वो कुछ और लगता है लेकिन जब उसकी पर्सनल लाइफ में जाते हैं तो काफी बदलाव नजर आता है. लेकिन के कुदरती चीज है कि जब आप किसी एक शख्स के जितना नजदीक जाओगो आपको उतनी ही नई चीजें पता लगेंगी. 


कैसे बचाएं रिलेशनशिप या तलाक?


ज्यादातर लोगों का कहना यही होता है कि शादी या रिलेशनशिप को चलाना जोड़े की खुद की जिम्मेदारी होती है. रिश्ता किसी एक की वजह से नहीं चल सकता. ये रिश्ता ठीक वैसे ही है जैसे एक बाइक या गाड़ी को चलाया जाता है. अगर उसमें ईंधन नहीं होगा तो वो नहीं चलेगी. ठीक वैसा ही कुछ इन रिश्तों में भी होता है. अगर कपल में से किसी एक की तरफ से रिश्तों को हल्के में ले लेना शुरू हो जाता है तो समझ जाइए कि अलग होने के ज्यादा दिन नहीं बचे.