Sania Mirza: भारत की स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्जा और उनके जोड़ीदार रोहन बोपन्ना को शुक्रवार को यहां ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट के हार का सामना करना पड़ा. इस तरह से सानिया का अपने ग्रैंडस्लैम करियर का अंत खिताब के साथ करने का सपना पूरा नहीं हो पाया. उन्होंने अपने करियर में छह ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं. सानिया और बोपन्ना की जोड़ी रोड लेवर एरेना में खेले गए फाइनल में लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस की ब्राजीलियाई जोड़ी से 6-7 (2) 2-6 से हार गई. सानिया ने अपने करियर में 6 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं. 


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मैच के आखिर में बातचीत के दौरान सानिया मिर्जा की आंखों में आंसू आ गए और इस मौके पर वह रोती भी नजर आईं. बातचीत के दौरान सानिया मिर्जा ने रुककर अपनी आंखों से आंसू पोंछे और कहा कि मेरे प्रोफेशनल करियर की शुरुआत मेलबर्न में हुई थी, करियर खत्म करने के लिए इससे बेहतर अखाड़ा मुझे नहीं लगता. बता दें कि भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने हाल ही में महिला टेनिस संघ की वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कहा कि वह अगले महीने दुबई में होने वाले इवेंट के बाद संन्यास ले लेंगी. 



भावुक सानिया ने कहा, "अगर मैं रोती हूं, तो ये खुशी के आंसू हैं." अपने आंसुओं को पोंछने के बाद मिर्ज़ा कहती हैं कि जब सेरेना विलियम्स के खिलाफ खेली थी तो वे 18 साल की थी. यहां खेलना मेरे लिए हमेशा इज्ज़त की बात रही. यह मेरे लिए मेरे घर जैसा है. इसे शानदार बनाने के लिए आप सभी का शुक्रिया. उनके बेटे इजहान और परिवार के अन्य सदस्यों की मौजूदगी इस मौके को खास बना दिया था. सानिया ने कहा,"मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं अपने बेटे के सामने ग्रैंडस्लैम फाइनल खेलूंगी इसलिए यह मेरे लिए खास है. मेरा चार साल का बेटा यहां है और मेरे माता-पिता यहां हैं. रोहन की पत्नी, मेरा ट्रेनर और मेरा परिवार ऑस्ट्रेलिया में है जिससे मुझे यहां घर जैसा माहौल लग रहा है."


बता दें कि सानिया मिर्जा भारतीय टेनिस इतिहास की सबसे बड़ी खिलाड़ी हैं. हिंदुस्तान में टेनिस के खेल में क्रांति लाने वाली सानिया मिर्ज़ा ही हैं. 


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