भारत में पेय पदार्थ के रूप में चाय की खपत सबसे ज्यादा होती है. सुबह की चाय, नींद भगाने के लिए चाय, टेंशन में चाय, दोस्त और क्लाइंट से मिलने पर चाय, मेहमान आए तब चाय. मतलब हर जगह चाय ही चाय.
लेकिन चाय का ज्यादा सेवन सेहत के लिए बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है. डॉक्टर दूध और शुगर से बनी चाय को अवॉइड करने की हमेशा सलाह देते हैं.
आइए जानते हैं दूध वाली चाय के अत्यधिक सेवन से कौन-कौन सी परेशानियां हो सकती है....
चाय में कैफीन के साथ-साथ थियोफिलाइन भी पाया जाता है, जो आपके शरीर में डिहाइड्रेशन की सबसे बड़ी वजह बनती है. जिसके चलते कब्ज के साथ पेट से जुड़ी कई तरह की परेशानियां हो सकती है.
चाय के ज्यादा सेवन से एसिडिटी की सबसे ज्यादा परेशानी होती है. इसके अलावा भूख नहीं लगना, पेट में गर्मी बढ़ जाना जैसी परेशानी होने लगती है.
ज्यादा दूध वाली चाय पीने से अनिद्र और नींद की कमी हो जाती है, जिसकी वजह से चाय तनाव और चिंता की समस्या बढ़ने लगती है.
दूध से बनी चाय ज्यादा मात्रा में पीने से त्वचा पर कील, मुंहासे आदि होने की संभावनाएं बढ़ जाती है.
चाय में मौजूद कैफीन और तेज पत्ती शरीर में एसिड लेवल को इनक्रीज कर देता है, जिसके कारण शरीर से कैल्शियम बाहर निकलने लगती हैं. जिसके चलते हड्डियां को कमजोर होने लगती है.
दूध वाली चाय के ज्यादा सेवन से डायबिटीज और हृदय रोग की परेशानियां बढ़ने लगती है.
यहां दी गई जानकारी हेल्थ एक्सपर्ट डॉक्टर राजीव रंधावा, बिमल हॉस्पिटल पटना से बातचीत पर आधारित है. दूधवाली चाय के सेवन से हर व्यक्ति को एक जैसी परेशानी हो ये ज़रूरी नहीं है, लेकिन इससे फायदे से ज्यादा नुकसान है, इसमें कोई संदेह नहीं है.