नी पेन या घुटने का दर्द काफी कॉमन प्रॉब्लम है. जो किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है.
कुछ लोगों का मानना है कि जोड़ों या घुटने का दर्द बुढ़ापे की बीमारी है और कम उम्र के लोगों में इसका कोई असर नहीं होता है.
अगर आप ऐसा सोचते हैं, तो बिल्कुल गलत हैं. घुटने का दर्द केवल ज्यादा उम्र के लोगों में ही नहीं, बल्कि कम उम्र के लोगों में भी देखा जाता है.
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, जब घुटने के मसल्स, टेंडन और लिगामेंट से ज्यादा काम कराया जाता है, घुटने में दर्द शरू हो जाता है.
आमतौर पर ये समस्या उन लोगों में भी देखी जाती है, जो लंबे वक्त तक कोई एक्टिविटी नहीं करते हैं और अचानक से एक्टिविटी शरू कर देते हैं.
इसके अलावा, जब हम रनिंग करते हैं, उस वक्त आने वाला खिंचाव भी है. दरअसल, जब रनिंग करते वक्त एड़ी को पीछे हिप्स की तरफ लेकर जाते हैं, तो इससे घुटने पर ज्यादा खिंचाव आता है, जिससे घुटने में दर्द होता है.
कम उम्र के लोगों में भी घुटने में दर्द होता है. क्योंकि, जब कुछ मांसपेशियां दूसरे मांशपेशियों की अपेक्षा ज्यादा काम करती हैं, ऐसे में असंतुलन की वजह से घुटने में दर्द शुरू हो जाता है.
कम उम्र के लोगों में घुटने के दर्द की समस्या कई वजहों से हो सकते हैं. लेकिन इन वजहों से पहचान सकते हैं.
सबसे पहले घुटने में कमजोरी महसूस होती है. इसके बाद घुटने को पूरी तरह से सीधा करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
यहां दी गई जानकारी सीनियर डॉक्टर राकेश कुमार शर्मा से बातचीत पर आधारित है.