हमारे आस-पास ऐसे कई पेड़-पौधे हैं, जो कई बीमारियों में संजीवनी का काम करते हैं. यही वजह है कि आयुर्वेद में इनका इस्तेमाल दवा बनाने में किया जाता है.
लेकिन ज्यादातर लोग ऐसे पेड़ों से अनजान हैं. ऐसे ही एक पेड़ का नाम मोरिंगा है. जी हां, यह पेड़ सिर से लेकर पैर तक छोटी-बड़ी बीमारियों को कंट्रोल करने में कारगर है.
मोरिंगा की जड़, तना, पत्ते, फल, फूल सभी दवा का काम करते हैं. लेकिन, आज हम बात करेंगे मोरिंगा के पत्तों की. मोरिंगा के पत्तों में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण, प्रोटीन, कैल्शियम और एंटीडायबिटिक गुण होते हैं.
जो कई समस्याओं को ठीक कर सकते हैं. मोरिंगा के पत्ते महिलाओं की समस्याओं को दूर करने में काफी कारगर माने जाते हैं. अब सवाल यह है कि मोरिंगा के पत्ते महिलाओं के लिए किस तरह फायदेमंद हैं? आइए जानते हैं.
सहजन की पत्तियां महिलाओं में असंतुलित हार्मोन को संतुलित करती हैं. मुख्य रूप से कई महिलाएं थायरॉयड, पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) जैसी समस्याओं से जूझ रही हैं. ये रोग हार्मोन असंतुलन की वजह से होते हैं. इन समस्याओं को दूर करने के लिए सहजन की पत्तियों का सेवन किया जा सकता है.
पीरियड्स के दौरान दर्द, सूजन, ऐंठन और मूड स्विंग जैसी समस्याओं को कम करने के लिए आप सहजन की पत्तियों का सेवन कर सकते हैं. इसमें मौजूद पोषक तत्व आपके हार्मोन को संतुलित कर सकते हैं.
मोरिंगा की पत्तियां प्रोजेस्टेरोन के स्तर को बनाए रखती हैं, जिससे शरीर में खून की कमी को दूर किया जा सकता है. इसके साथ ही, सहजन की पत्तियां हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाती हैं.
सहजन की पत्तियों को थकान दूर करने में बहुत चमत्कारी माना जाता है. दरअसल, काम के कारण महिलाओं को बहुत थकान महसूस होती है. इस थकान को कम करने के लिए आप सहजन की पत्तियों से बनी चाय का सेवन कर सकते हैं.
मोरिंगा की पत्तियों का उपयोग करके आप हड्डियों की मजबूती को बढ़ावा दे सकते हैं. इसमें कैल्शियम का बहुत अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों को मजबूत कर सकता है.
सहजन की पत्तियों से बनी चाय या पाउडर का उपयोग करने से आपकी स्किन पर झुर्रियां कम हो सकती हैं. दरअसल, इसमें फ्री रेडिकल्स को नष्ट करने का गुण होता है, जो त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
यहां दी गई जानाकरी डॉक्टर अंजलि शर्मा से बातचीत पर आधारित है.