कुछ लोग वेज खाने को बेहतर बताते हैं तो वहीं कुछ लोग वेज खाने को बेहतर बताते हैं.
अब सवाल आता है कि आखिर दोनों में से कौन बेहतर है, या फिर ये एक बेवजह की बहस है.
आइये जानते हैं नॉन वेज बनाम वेज
नॉन वेज में आपको कंपलीट प्रोटीन मिलता है, जो वेज में नहीं मिल पाता है. ज्यादातर वेज आइटम्स बेहद कम प्रोटीन वाले होते हैं.
वहीं फायबर के मामले में वेज खाना काफी बेहतर होता है, क्योंकि नॉन वेज में न के बराबर फायबर होता है.
कम प्रोटीन होने की वजह से वेज खाना आसानी से पच जाता है और पाचनक्रिया को बेहतर रखता है.
नॉन वेज आइटम्स में आपको हेल्दी फैट मिलता है. जो ब्रेन हेल्थ, दिमाग और हार्ट के लिए अच्छा होता है. वहीं वेज आइट्स में जल्दी से यह नहीं मिल पाता है.
अगर बात करें एनर्जी देने की हो तो इसमें भी नॉन वेज आगे है, वेज आइटम्स जल्दी पचते हैं और कम एनर्जी देते हैं.
विटामिन बी12 को छोड़कर वेज आइटम्स में ज्यादा विटामिन देखने को मिलते हैं. ज्यादातर नॉन वेज आइटम्स से ही विटामिन बी12 मिलता है.
एक्सपर्ट की मानें तो आपकी डाइट वेज और नॉन वेज का मिश्रण होनी चाहिए. ताकि आपको प्रोटीन, हेल्दी फैट, कार्बोहाईड्रेट फायबर और विटामिन भरपूर मात्रा में मिल सके.
अगर आपको कोई मेडिकल कंडीशन है तो डॉक्टर की सलाह के बात ही किसी चीज का सेवन करें.