ब्रसेल्स: नीदरलैंड (Netherlands) में कट्टर इस्लाम विरोधी फायरब्रांड नेता गीर्ट वाइल्डर्स (Anti-Islam firebrand Geert Wilders) छह महीने बाद अपने मुल्क में चार दलों के गठबंधन की हिमायत से सरकार बनाने की कगार पर पहुंच गए हैं. ऐसा पहली बार हो रहा है कि राष्ट्रीय चुनावों से पहले यूरोपीय संघ का एक और मुल्क दक्षिण पंथ के रास्ते पर आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है.  


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वाइल्डर्स ने कहा है कि उन्हें खुद प्रधान मंत्री बनने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि वह अपने गठबंधन सहयोगियों के लिए एक उग्र नेता के तौर पर देखे जाते हैं, लेकिन उनकी पार्टी फॉर फ्रीडम गठबंधन में एक प्रेरक शक्ति का काम करेगी. जानकारों की राय है कि नीदरलैंड में बनने वाली इस नई सरकार से वहां के अल्पसंख्यक मुस्लिमों को कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है.  


गौरतलब है कि कट्टर दक्षिणपंथी पार्टियाँ अब 27 देशों वाले यूरोपीय संघ में आधा दर्जन सरकारों का हिस्सा बन चुकी है, या उनका नेतृत्व कर रही हैं. इस वक़्त यूरोप में  फ़िनलैंड से लेकर क्रोएशिया तक, कट्टर दक्षिणपंथी पार्टियाँ यूरोपीय शासक गठबंधन का हिस्सा हैं, और कट्टर दक्षिणपंथी हंगरी, स्लोवाकिया और इटली का नेतृत्व कर रहे हैं. 


नीदरलैंड में मिले इस कामयाबी के बाद पार्टी फॉर फ्रीडम  6-9 जून के यूरोपीय संघ के चुनावों में बड़े पैमाने पर फायदा हासिल करने के हालत में होंगी. 


वाइल्डर्स ने बुधवार तड़के ब्रॉडकास्टर एनओएस को बताया, “मुझे उम्मीद है कि हम वहां पहुंचेंगे, जहाँ पर पहुंचना मेरा मकसद है. मैं इसे गलत होते नहीं देख सकता.  जब चार अलग-अलग दल एक समझौते पर पहुंच चुके हैं, जो वार्ता में आखिरी बड़ी बाधा थी, इसके बाद अब हमें सरकार बनाने से कोई नहीं रोक सकता है. हालांकि, यह अभी साफ़ नहीं है कि प्रधानमंत्री कौन बनेगा?" निवर्तमान प्रधान मंत्री मार्क रुटे की केंद्र-दक्षिणपंथी पीपुल्स पार्टी फॉर फ्रीडम एंड डेमोक्रेसी और लोकलुभावन किसान नागरिक आंदोलन भी गठबंधन वार्ता में शामिल है. 


मध्यमार्गी न्यू सोशल कॉन्ट्रैक्ट पार्टी के नेता पीटर ओमटज़िगट ने कहा, “यह अभी भी महत्वपूर्ण है. अगर आप चाहते हैं कि एक सरकार कामयाब हो, तो आपको एक ऐसे प्रधान मंत्री की ज़रुरत है जो सभी को एकजुट रख सके. ” 


वाइल्डर्स ने कहा कि अगर उनकी पार्टी सरकार में आती है तो बुधवार का दिन "एक ऐतिहासिक दिन" बन सकता है. एक दशक पहले इसने एक बार अल्पमत सरकार का समर्थन किया था, लेकिन इसका हिस्सा नहीं था. 


वाइल्डर्स के दल पार्टी फॉर फ़्रीडम ने डच संसद के 150 सीटों वाले निचले सदन में 37 सीटें जीतीं, और चार पार्टियों के पास संयुक्त रूप से 88 सीटों का आसान बहुमत है. 
विपक्ष में दो दशकों के बाद, वाइल्डर्स के पास एक ऐसे राष्ट्र का नेतृत्व करने का मौका है, जो लंबे अरसे से अपने सहिष्णु समाज पर गर्व करता आ रहा है. हालांकि, वह अपने अधिकांश एजेंडे को आगे बढ़ाने में अबतक नाकाम रहे हैं.