दोहा: अफगानिस्तान में गैर-मुल्की अफ की वापसी के बाद से तालिबान तेजी से मुल्क में अपना कदम जमा रहा है. तालिबान ने देश के एक बड़े हिस्से पर कब्जा भी कर लिया है. वहीं, दूसरी तरफ तालिबान और अफगान हुकूमत के बीच जारी इस जंग को खत्म करने के लिए कतर में बातचीत चल रही है. जिससे एसे इशारे मिले हैं जिससे ये अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि अफगानिस्तान में बहुत जल्द ही लड़ाई खत्म हो सकती है और वहां के शहरियों को अमन नसीब होगा. दोनों फरीकों दरमियान अफगान सरकार की कियादत करने वाले लोगों ने तालिबान के सामने एक ऑफर रखा है. जिसके तहत सत्ता के बंटवारे पर समझौता करने की बात कही गई है. इस बात की जानकारी समाचार एजेंसी एएफपी ने दी है.


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एएफपी ने सरकारी वार्ताकार के हवाले से कहा है, 'हां, हुकूमत ने कतर के मध्यस्थ में एक प्रस्ताव पेश किया है. प्रस्ताव तालिबान को मुल्क में हिंसा को रोकने के बदले में हुकूमत साझा करने की इजाज़त देता है.' याद रहे कि तालिबान ने अफगान हुकूमत के प्रति सख्त रुख अपनाया हुआ है और दोनों फरीकों के बीच मुल्क में लड़ाई जारी है, जिसमें तालिबान तेजी से बढ़त हासिल कर रहा है. 


तालिबान ने आज ही गजनी काबुल से 130 किलोमीटर दूर है पर कब्जा कर किया है. इसे मिलाकर पिछले एक हफ्ता में अफ़ग़ानिस्तान में 10 रियासती राजधानियाँ तालिबान के हाथ में जा चुकी हैं. तालिबान ने इससे पहले निमरोज़, फ़राह, बग़लान, बदख़्शाँ, जावज़ान, सर-ए-पुल, समन्गन, टखर और कुंदुज़ शहरों पर कब्ज़ा कर लिया है जो प्रांतों की राजधानियां हैं.


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अफगान आंतरिक मंत्रालय ने गजनी पर तालिबान के कब्जे की तसदीक की है. गजनी प्रमुख काबुल-कंधार नेशनल हाईवे पर है. गजनी को दक्षिण में राजधानी और गढ़ों के बीच एंट्री दरवाज़ा के रूप में भी जाना जाता है. अफगान सरकार के तरजुमान मीरवाइस स्टानिकजई ने मीडिया को एक पैगाम में कहा, लड़ाई और प्रतिरोध अभी भी जारी है. उन्होंने कहा, "दुश्मन ने गजनी पर कब्जा कर लिया."


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