Iran Anti Hijab Protest: ईरान की राजधानी तेहरान में 22 वर्ष की एक युवती की हिरासत में हुई मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले को लेकर सरकार के ख़िलाफ़ व्यापक स्तर पर विरोध हो रहा हैं. विरोध की आंच तक़रीबन 80 शहरों में फैल गई है. युवती को पुलिस ने हिजाब से जुड़े सख़्त क़ानून की कथित तौर पर ख़िलाफ़वर्ज़ी करने को लेकर गिरफ्तार किया था. माहसा अमीनी की मौत के बाद बड़ी तादाद में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतर कर सरकार के ख़िलाफ नारेबाज़ी की जिसमें ज़्यादातर महिलाएं शामिल थीं.


हिंसक झड़पों में 26 लोगों की मौत 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ईरानी सरकारी टेलीविज़न ने शुक्रवार को कहा कि सुरक्षा बलों के साथ हिंसक झड़पों में मृतकों की तादाद बढ़ कर 26 पहुंच हो गई है. बताया जा रहा है कि यह प्रदर्शन हाल के बरसों में होने वाला सबसे बड़ा मुज़ाहिरा है, जो ईरान के तक़रीबन 80 शहरों में फैल चुका है.  मशहद, क़ुचान समेत कई शहरों में प्रदर्शकारियों को क़ाबू करने की कोशिश के दौरान कम से कम 5 सुरक्षा कर्मी मारे गये और कई ज़ख़्मी हो गये.


माहसा अमीनी की मौत के बाद भड़का ग़ुस्सा


ईरानी क़ानून यह प्रावधान करता है कि सभी ख़्वातीन पब्लिक प्लेसिस पर सिर को कपड़ों से ढक कर रखेंगी और ढीले लिबास पहनेंगी. 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से यह रूल लागू है. यह नियम देश में हर महिला पर लागू होता है. ईरान में पाबंदियों के ख़िलाफ़ लोगों का ग़ुस्सा पिछले हफ्ते उस वक़्त भड़क उठा जब, तेहरान में पुलिस की हिरासत में माहसा अमीनी ने दम तोड़ दिया था. माहसा को पुलिस ने हिजाब नहीं पहनने के इल्ज़ाम में हिरासत में लिया था.


'जल्द कराई जाएगी जांच'


मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र के कार्यवाहक आयुक्त नदा अल नशीफ ने कहा कि ख़बरों में दावा किया गया था कि पुलिस ने युवती के सिर पर डंडे से वार किया और उसका सिर एक गाड़ी से टकरा गया. हालांकि, पुलिस ने इन तमाम इल्ज़ामात को सिरे से ख़ारिज करते हुए कहा कि उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी. इस दरमियान ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कहा है कि पुलिस हिरासत में हुई मौत की गहराई से जांच कराई जाएगी. 


 इस तरह की ख़बरों को पढ़ने के लिए zeesalaam.in पर विजिट करें