गाज़ा पर हो रहे हमलों के विरोध में बहरीन ने इजराइल से अपने एम्बेसडर को वापस बुला लिया है. बहरीन की संसद के बयान के मुताबिक 'बहरीन अपने एम्बेसडर को इजराइल से वापस बुला रहा है और इजराइली एम्बेसडर ईटन नाएह देश छोड़ रहे हैं. बहरीन ने इजराइल के साथ अपने आर्थिक रिश्ते भी रोक दिए है.' अगस्त 2020 में ही बहरीन और इजराइल ने एक डील के तहत रिश्ते बहाल किए थे. 


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अमेरिका ने कराया था समझोता 
पिछले कुछ सालों में, बहरीन, सूडान, मोरक्को और संयुक्त अरब अमीरात जैसे अरब देश इज़राइल के साथ रिश्तों को सामान्य बनाने और आर्थिक और सैन्य सहयोग बढ़ाने के लिए आगे बढ़े हैं. रिश्ते सामन्य अमेरिका द्वारा कराई गई पीस डील (अब्राहम समझोते) के बाद हुए थे. अमेरिका के जरिए कराई गई इस डील को इलाके में शांति बनाने की ओर बड़ा कदम बताया गया था, लेकिन गाज़ा पर बढ़ते इजराइली हमलों के बाद से इजराइल के साथ कई देश अपने रिश्तें तोड़ चुके हैं. आलोचकों का कहना है कि फिलिस्तीनी इलाकों पर दशकों से चले आ रहे कब्जे को सुलझाए बिना इजरायल के साथ रिश्ते बना कर ये देश इजराइल को ज्यादा फाएदा उठाने और फिलिस्तीनियों के साथ बिना किसी डर से जुल्म करने की इजाजत दे रहे हैं.  


इजराइल ने कहा रिश्तें कायम है
बहरीन संसद के बयान के बाद इजराइल ने भी प्रतिक्रिया दी है.  इज़राइल ने कहा है कि उसे ऐसी कोई सूचना बहरीन सरकार की ओर से नहीं मिली है, और उन्होंने कहा कि बहरीन के साथ उसके संबंध "स्थिर" हैं. बता दें बहरीन सरकार की ओर से जारी किए गए बयान में यह साफ नहीं किया गया कि उन्होंने इजरायली राजदूत को निष्कासित किया है या नहीं, और ना ही सरकारी बयान से यह साफ होता है कि देश ने इजराइल के साथ आर्थिक रिश्ते तोड़ दिए गए हैं, जैसा कि संसद ने पहले कहा था. सरकारी बयान में कहा गया है कि दोनों देशों के बीच उड़ानें कई हफ्तों के लिए निलंबित कर दी गई हैं.