Assam News: असम के सोनितपुर के बुरहासपारी मुस्लिम जन बाहुल इलाके में बड़े पैमाने पर जमीन खाली कराने का अभियान चलाया जा रहा है. यहां स्थानीय प्रशासन भारी पुलिस बल के साथ 6000 बीघा जमीन से अतिक्रमण हटा रहा है. यहां पर सिर्फ मुस्लिम समुदाय के गरीब लोग खेती करके अपना गुजारा कर रहे थे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यहां कई बीघे जमीन से अतिक्रमण हटाया जा रहा है. इसके साथ ही मकानों को तोड़ा जा रहा है. इस ड्राइव में कई हेक्टेयर खेत की सब्जी को नष्ट किया जा रहा है. बेदखली अभियान के लिए कई बुलडोजर और जेसीबी लगाई गई हैं.


निष्कासन अभियान सोनितपुर जिला प्रशासन द्वारा चलाया जा रहा है. प्रशासन द्वारा बेदखली अभियान को तीन जोन में बांटा गया है. आज निष्काषन का चौथा दिन है.


इस संपूर्ण अतिक्रमण हटाओ अभियान पर एआईयूडीएफ के लीडर और विधायक अमीनुल इस्लाम ने तीव्र प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि "यह मुस्लिम जन बहुल इलाका है, इसी वजह से इस इलाके में भूमि अतिक्रमण हटाओ अभियान चल रहा है. हजारों लोगों को बेघर किया जा रहा है."


यह भी पढ़ें: त्रिपुरा में शुरू हुआ विधानसभा चुनाव, इन तीन पार्टियों में है कांटे की टक्कर


उन्होंने कहा कि "पिछले 70 से 80 साल से यहां पर लोग रह रहे थे, लेकिन अब यहां ऑफिस और कचेहरी बनाने की बात कही जा रही है. यह सोचने की बात है. यह जो वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के नाम में गरीब लोगों को हटाया जा रहा है, यह पूरी तरह से गलत है."


एक मकामी ने कहा कि "सिर्फ एक समुदाय के लोगों को ही हटाया जा रहा है. अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाद यहां के लोग कहां जाएंगे क्या करेंगे यह भी सोचने की बात है." उन्होंने आगे कहा कि "इस जगह रह रहे लोग असम के सभी लोगों को यहां पर खेती कर सब्जियां खिलाते थे."


एक दूसरे शख्स का कहना है कि "यहां पर अच्छी खेती बारी होती है, लेकिन इनकी खेती को खत्म कर दिया गया. इनकी मस्जिदों को, घर को और स्कूलों को भी तोड़ डाला गया. यह जगह खाली कर यहां लैंड पॉलिसी के तहत दूसरी कम्युनिटी के लोगों को खेती करने दिया जाएगा. यह भी सरासर गलत है. एक समुदाय जो पिछले कई दशक से यहां पर रह रहे थे इनको अभी यहां से हटाना कहां का इंसाफ है?"


:- गुवाहाटी से शरीफुद्दीन अहमद की रिपोर्ट 


Zee Salaam Live TV: