Indian Canada Clash: भारत और कनाडा के दरमियान रिश्तों में तल्खियां बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में दोनों देशों के बीच तनाव ज्यादा बढ़ने से उनके बीच हो रहे कारोबार पर असर पड़ सकता है. कनाडा भारत से खाने-पीने की चीजें और हैंड बैग लेता है. इससे भारत की इकोनॉमी बढ़ती है. लेकिन अगर ये कारोबार बंद हुआ तो कनाडा बिस्कुट, गुड़ और चीने के लिए तरस जाएगा. साथ ही भारत की इकोनॉमी पर असर पड़ेगा.


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पंजाब से जाती हैं चीजें


भारत के राज्य से बड़ी तादाद में चीजें कनाडा को एक्सपोर्ट की जाती हैं. यहां से बड़ी तादाद में खाने पीने की चीजें कनाडा भेजी जाती हैं. कनाडा पंजाब से आटा, चीनी, गजक, रेवडडी, बिस्कुट, रस और गुड मंगाता है. ऐसे में अगर भारत सख्त होता है, तो दोनों के रिश्ते खराब हो जाएंगे. ऐसे में कनाडा इन चीजों के लिए तस जाएगा. हालांकि इसका असर भारत पर भी पड़ेगा. इस कारोबार से जुड़े हुए भारत के लोग बेजोजगार हो जाएंगे. कनाडा गर्म कपड़े, गार्डिनिंग टूल भी भारत के पंजाब से मंगाता है.


कनाडा की इकोनॉमी पर असर


कनाडा में बड़ी तादाद में पंजाबी रहते हैं. ऐसे में यहां पंजाबी लोगों की पसंदीदा चीजें भी मिलती हैं. कनाडा में ढोलकी, तबला, मंजे, हरमोनियम,घड़े, मटके और मूडे भारत से भेजा जाता है. इसके लिए कनाडा में दुकानें खुली हैं. इससे कनाडा को अच्छी कमाई होती है. अगर भारत और कनाडा के दरमियान रिश्ते खराब होते हैं, तो भारत से व्यापार बंद हो जाएगा. ऐसे में कनाडा की एकोनॉमी को झटका लगेगा.


2022-23 के दरमियान कारोबार


एक रिपोर्ट की मानें तो कनाडा में पिछले 10 सालों में खाने-पीने के सामानों की डिमांड काफी बढ़ी है. ऐसे में अगर कनाडा भारत से दुश्मनी मोल लेगा तो उसे ही परेशानी होनी है. भारत की डायरेक्टर जनरल फोरन ट्रेड की वेबसाइट के मुताबिक साल 2022 से 2023 के दरमियान कनाडा ने भारत से नेचुरल शहद, सिंथेटिक स्टेपल फाइबर यार्न, टी-शर्ट, इलायची, मीठे बिस्कुट, अगरबत्ती, हैंडबैग, टैक्सटाइल सूट, कंबल, विंटर वियर, कंबाइन, हैंडटूल, नीडल रोलर बेयरिंग, आटो पार्ट्स, लकड़ी के प्रोडक्ट्स मंगाया है.