दुनिया की सबसे ज़्यादा आबादी वाला देश चीन इन दिनों आबादी के घटने से परेशान है. इस बात का ख़ुलासा तब हुआ जब एक ख़ातून ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा कि उसे इंतेज़ामिया की तरफ से एक फोन आया था जिसमें पूछा गया कि वह बच्चा कब पैदा कर रहे हैं? इस पोस्ट पर कई यूज़र ने रिप्लाई किया कि इंतेज़ामिया की तरफ से उन्हें भी इस तरह के कॉल आ चुके हैं. इस पोस्ट को बाद में मैनेजमेंट ने हटा दिया है.


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एक रिपोर्ट में लिखा है कि 'lost shuyushou' नाम के एक यूज़र ने सोशल मीडिया पर अपने साथी के बारे में लिखा कि उन्हें नानजिंग शहर के मैनेजमेंट की तरफ़ से एक कॉल आया जिसमें बच्चे के बारे में बात की गई.


आबादी बढ़ाने पर ज़ोर


हाल ही में चीन ने यह माना है कि उनकी आबादी घट रही है. पिछले दिनों चीन के सद्र शी जिनपिंग ने कम्युनिस्ट पार्टी की मीटिंग में ऐलान किया कि देश बर्थ रेट बढ़ाने और आबादी की डेवलेपमेंट पॉलिसी में सुधार करने के लिए एक पॉलिसी बनाएगा. 


कितनी है चीन की आबादी?


वर्ल्ड प्रॉस्पेक्ट्स 2019 के मुताबिक़ चीन की आबादी 1.44 अरब है. दुनियाभर में चीन सबसे ज़्यादा आबादी वाला मुल्क है. लेकिन चीन का बर्थ रेट (जन्म दर) कम है. ऐसे में अंदाज़ा लगाया जाता है कि साल 2019 से साल 2050 के दौरान 3.14 करोड़ यानी तक़रीबन 2.2 कम हो जाएगी. 


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चीन ने 1970 से 1980 के दौरान आबादी कंट्रोल करने के लिए कई पॉलिसियां बनाई. इससे यहां की बर्थ रेट मुतास्सिर हुई. इसके बाद यहां बूढ़ों की आबादी ज़्यादा हो गई. इससे यहां की डेवलेपमेंट पॉलिसी भी मुतास्सिर हुई. 


अक़वामे मुत्तहिदा (संयुक्त राष्ट्र) के इकोनॉमिक एंड सोशल अफेयर्स डिपार्टमेंट के एक अंदाज़े के मुताबिक़ दुनिया की आबादी धीमी रफ्तार से बढ़ रही है. अभी दुनियाभर की आबादी 7 अरब के आसपास है. यह आबादी साल 2080 की दहाई में 10.4 अरब होगी. इसके बाद साल 2100 तक यह आबादी इतने पर ही रुक जाएगी.


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