China Lockdown: चीन में लॉकडाऊन से भड़के लोग, लगाए STEPDOWN Xi के नारे, 10 की मौत
China Lockdown: चीन में लॉकडाउन की मुख़ालफ़त अब सड़कों तक पहुंच गई है. बीजिंग में लोग अब लॉकडाउन के विरोध के साथ साथ चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भी मुख़ालफ़त करने लगे हैं. लोग ये मांग कर रहे हैं कि लॉकडाउन के साथ साथ शी जिनपिंग को भी हटाया जाए. जानिए ख़बर तफ़्सील से.
China Lockdown: चीन में ज़ीरो कोविड पॉलिसी के सबब जबरदस्ती घरों में क़ैद करके रखे जाने से लोग परेशान हैं. इस बीच चीन के शिनजियांग इलाक़े में ज़बरदस्त आग लगने के वाक़्ये से लोगों का गुस्सा और ज्यादा भड़क गया है. लोगों का कहना है कि लॉकडाऊन की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देने में नाकामी पेश आई. वाज़े हो कि चीन में तीन दिन पहले कई मंज़िल की एक इमारत में आग लग गई थी. कोरोना के केस आने के बाद उस बिल्डिंग को सील कर दिया गया था और लोगों को अपने-अपने घरों में कैद कर दिया गया था. इसलिए जब आग लगी तो लोग फंस गए. इस हादसे में 10 लोगों की जान चली गई. इसके बाद तो चीन की जनता सड़क पर आ गई. और अब कई शहरों में कोविड-19 संबंधित लॉकडाउन के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं. दरअसल चीन में शी जिनपिंग की सरकार के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है. यहां लॉकडाउन के खिलाफ लड़ाई का रुख़ अब सद्र जिनपिंग की तरफ़ भी हो गया है.
शी जिनपिंग की कुर्सी के लिए ख़तरा
चीन में ज़बरदस्त एहतेजाज की जो तस्वीरें इन दिनों की लड़कों पर नज़र आ रही हैं, ये तस्वीरें चीन के सद्र (राष्ट्रपति) शी जिनपिंग के लिए ख़तरे का अलार्म है. बीजिंग का आईन (संविधान) बदलकर लगातार तीसरी बार चीन के सद्र बने शी जिनपिंग के खिलाफ एहतेजाजी मुज़ाहिरा (विरोध प्रदर्शन) बढ़ता जा रहा है. दरअसल चीन में कोरोना से जंग के नाम पर जिस तरह की बर्बरता की जा रही है उससे लोग परेशान हैं. और अब उनके सब्र का बांध टूटने लगा है. चीन के लोग घर से निकलकर सड़कों पर लामबंद हो रहे हैं. देर रात बीजिंग में लोग लॉकडाउन हटाने की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए और जिनपिंग मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे. अवाम ने खुलकर नारे लगाए- "शी जिनपिंग कुर्सी छोड़ो".लोगों ने “चीनी कम्युनिस्ट पार्टी मुर्दाबाद !.... शी जिनपिंग मुर्दाबाद !.... लॉकडाउन हटाओ... लॉकडाउन हटाओ" के नारे भी लगाए. लोगों का कहना था इतने सख्त लॉकडाउन की ज़रूरत ही नहीं थी लेकिन सरकार जानबूझकर उन्हें उनके घरों में क़ैद रखना चाहती है. चीन के झेंगझोऊ रियासत के 8 ज़िलों की क़रीब 70 लाख आबादी को 5 दिनों तक घरों में कैद कर दिया गया है. सद्र शी जिनपिंग की ज़ीरो कोविड की ज़िद वहां की अवाम पर भारी पड़ रही हैं और लोगों इस बात से ज़्यादा नाराज़ हैं कि ये पॉलिसी भी नाकाम साबित हो रही है ।
ब्लैंक पेपर के ज़रिए दर्ज करा रहे हैं मुख़ालफ़त
चीन से सामने आ रही वीडियोज़ के मुताबिक़ अब लॉकडाऊन के ख़िलाफ़ लोग हाथ में ब्लैंक पेपर शीट पकड़ कर एहतेजाज कर रहे हैं. ख़बरों के मुताबिक़, एहतेजाजी मुज़ाहिरों के चलते कई लोगों को गिरफ़्तार भी किया गया है. आपको बता दें कि चीन में 27 नवंबर को कोरोना के करीब 40 हज़ार नए केस सामने आए. इससे पहले 26 नवंबर को चीन में 35 हज़ार लोग कोरोना से इंफ़ेक्टेड हुए और 25 नवंबर को चीन में 34 हज़ार से ज्यादा लोग कोरोना पॉज़िटिव पाए गए. वहीं 24 नवंबर को 31 हज़ार से ज्यादा लोगों को कोरोना हुआ. साफ़ है कि चीन में लॉकडाउन से कोरोना काबू में नहीं आ रहा है. इसलिए शी जिनपिंग के ज़ीरो कोविड पॉलिसी पर वहां की अवाम सवाल उठा रही है और लॉकडाउन की ज़बरदस्त मुख़ालफ़त कर रही है.
ZEE SALAAM LIVE TV