फिलाडेल्फियाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संयुक्त राज्य अमेरिका की ऐतिहासिक राजकीय दौरे पर हैं. उनके यूएस दौरे को लेकर वहां रहने वाले अनिवासी भारतीय काफी उत्साहित हैं. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आधाकारिक वार्ता से पहले संयुक्त राज्य अमेरिका में रहने वाले भारतीय प्रवासियों से मुलाकात करेंगे. मोदी के इस दौरे को लेकर वहां रहने वाला भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय भी काफी रोमांचित हैं. वह पीएम मोदी को अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करते हुए देखना चाहते हैं.  


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विभिन्न अल्पसंख्यक समुदायों के लोग हुए शामिल
मोदी के दौरा शुरू होने के पहले भारतीय अल्पसंख्यक फाउंडेशन के एक बहु-धार्मिक प्रतिनिधिमंडल, जिसमें धार्मिक और सामुदायिक नेता और विभिन्न अल्पसंख्यक समुदायों से संबंधित परोपकारी संस्थानों के लोग शामिल हैं, ने अमेरिका के फिलाडेल्फिया में सूफी संत शेख एमआर बावा मुहैयाद्दीन की मजार में प्रार्थना कर वहां चादर चढ़ाई, और मोदी की अमेरिकी यात्रा की कामयाबी के लिए दुआ मांगी है. विश्व शांति, स्थिरता और दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए सिख, मुस्लिम, ईसाई, जैन और बौद्धों के प्रतिनिधिमंडल ने इस प्रार्थना में हिस्सा लिया. वैश्विक सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष  अहमद मुहैयादीन जोनाथन ग्रैनॉफ और विश्व धर्म संसद के शांति और सुरक्षा के राजदूत, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के संयोजक और चंडीगढ विश्वविद्यालय के चांसलर सतनाम सिंह संधू द्वारा इस बहु-धर्मी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया गया. 

हम यहां  मोदी का तहे दिल से स्वागत करते हैं
वैश्विक सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष अहमद मुहैयादीन जोनाथन ग्रानॉफ ने कहा, "यहां भारतीय प्रवासियों के साथ अमेरिकी समुदाय भी मोदी की प्रतीक्षा कर रहा है." अहमद मुहैयादीन जोनाथन ग्रैनॉफ, जो विश्व धर्म संसद के शांति और सुरक्षा के राजदूत भी हैं, ने कहा, “मैं समझता हूं कि भारत की संसद महा उपनिषद की कविता है. भारत पूरी दुनिया को एक परिवार मानता है, और इस विचार की अमेरिका और पूरी दुनिया को जरूरत है, क्योंकि यही सच्चाई है. हम यहां पीएम मोदी का एक परिवार के रूप में तहे दिल से स्वागत करते हैं."


अजमेर शरीफ दरगाह की पवित्र चादर पेश की
इस मौके पर आईएमएफ के संयोजक और चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के चांसलर सतनाम सिंह संधू ने कहा, “भारत में अल्पसंख्यक समुदाय वोट बैंक का एक मात्र स्रोत बनकर रह गया था. आजादी के बाद से 65 वर्षों के दौरान सरकारों ने उन्हें खुश करने के लिए वादे किए जो कभी पूरे नहीं किए गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अल्पसंख्यक समुदायों की आकांक्षाओं को पूरा करने के रास्ते पर चल रहे हैं और उनके लंबे समय से लंबित मुद्दों को हल कर रहे हैं." उन्होंने 1.4 अरब भारतीयों की तरफ से शांति और मानवता के संदेश के रूप में शेख एम. आर. बावा मुहैयाद्दीन की मजार पर अजमेर शरीफ दरगाह की पवित्र चादर पेश की है. 


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