Hajj Application Open: लंबे इंतेज़ार के बाद आख़िरकार शुक्रवार से हज आवेदन की शुरूआत हो गई है. पिछली काफ़ी दिनों से अल्पसंख्यक कार्य मंत्री स्मृति ईरानी से भी लोग ये मुतालबा कर रहे थे, लेकिन नई हज पॉलिसी न आने की वजह से आवेदन का सिलसिला शुरू नहीं हो पाया था, वही कारण है कि जैसे ही नई हज पॉलिसी आई तो शुक्रवार से ही हज आवेदन की शुरूआत हो गई. हज कमेटी ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन किए जा सकते हैं. इस बार भारत से 1 लाख 75 हज़ार में से 80 फीसद आज़मीन हज कमेटी की की तरफ से जाएंगे,  जबकि 20 फीसद हाजी प्राइवेट टूर ऑपरेटर के ज़रिए हज के लिए रवाना होंगे. 


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हज पॉलिसी में बदलाव
2019 के बाद यह पहला मौक़ा है जब इतनी बड़ी तादाद में  भारत से आज़मीन हज के लिए रवाना होंगे,क्योंकि कोरोना की वजह से सऊदी हुकूमत आज़मीन को बड़ी तादाद में नहीं बुला रही थी. वहीं हज पॉलिसी में कई तरह के बदलाव किए गए हैं. नई हज पॉलिसी के मुताबिक़ इस साल हज पर जाने वालो लोग फ्री में आवेदन कर सकते हैं यानी आवेदन के लिए किसी तरह की कोई फीस नहीं देनी होगी. हज यात्री निशुल्क आवेदन दे सकते हैं. जबकि इससे पहले एप्लिकेशन देने के लिए हज पर जाने वाले लोगों को 400 रुपये फीस देनी होती थी.  साथ ही इस बार तक़रीबन 50 हज़ार फी हाजी छूट भी दी जाएगी. इसके अलावा हाजियों को बैग, सूटकेस और चादर जैसे ज़रूरी सामान के लिए अब रक़म नहीं देनी होगी. 


 


पासपोर्ट की समय सीमा 31 दिसंबर होनी चाहिए
आवेदन के लिए यह ज़रूरी है कि पासपोर्ट की समय सीमा 31 दिसंबर तक होनी चाहिए, इससे कम वक़्त के पासपोर्ट पर हज आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा, इसके अलावा वैक्सीनेशन को भी ज़रूरी किया गया है.
वहीं इस बार हज पर जाने वाले लोगों के स्वास्थ्य की जांच सिर्फ सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर ही होगी, प्राइवेट हॉस्पिटल की जांच मान्य नहीं होगी.अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने स्वास्थ मंत्रालय से इस सिलसिले में बात की है. हर राज्य की हज कमेटी से एक अधिकारी भी हज पर जाएगा. साथ ही इस बार हज पर जाने वाले लोगों के लिए 25 एमबार्गेशन पॉइंट बनाए जाएंगे. ये लोगों की मर्ज़ी होगी कि वो किस एमबार्गेशन पॉइंट से जाएं. 


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