संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बुधवार को एक प्रस्ताव पर वोटिंग होने वाली है. इसमें इजराइल पर ‘‘हमास की तरफ से किए गए जघन्य आतंकवादी हमले’’ के साथ-साथ आम नागरिकों पर हिंसा की निंदा की गई. इस मसौदे में गाजा में जरूरतमंद लाखों लोगों को मदद पहुंचाने की गुजारिश की गई है. ब्राजील की तरफ से पेश किए गए मसौदा प्रस्ताव के अंशों को लेकर बातचीत मंगलवार को भी जारी रही. मसौदा प्रस्ताव के जिस अंतिम संस्करण पर मतदान होना है, वह मंगलवार देर रात तक भी जारी नहीं हो पाया.


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रूस का मसौदा खारिज


इस दौरान परिषद ने सोमवार शाम को रूस की तरफ से तैयार उस मसौदा प्रस्ताव को खारिज कर दिया जिसमें हिंसा और नागरिकों के खिलाफ आतंकवाद की निंदा की गई थी. इस मसौदे में ‘‘मानवीय संघर्ष विराम’’ का आह्वान किया गया था लेकिन इसमें हमास का जिक्र नहीं किया गया था. रूस ने ब्राजील के प्रस्ताव में दो संशोधन की पेशकश की है, जिस पर पहले वोटिंग होगी. इनमें से एक पेशकश में ‘‘मानवीय संघर्ष विराम’’ का आह्वान किया गया है, अन्य संशोधन में नागरिकों पर निरंतर हमलों और अस्पतालों, स्कूलों जैसे ‘‘असैन्य संस्थानों’’ पर हमलों की निंदा की गई है जो लोगों को जिंदा रहने के साधनों से वंचित करते हैं. 


अस्पताल  पर हमले की निंदा


ब्राजील इस महीने सुरक्षा परिषद की सदारत कर रहा है. उसके संयुक्त राष्ट्र मिशन ने कहा कि वोटिंग के बाद एक आपात बैठक की जाएगी जिसमें गाजा सिटी के अस्पताल पर विस्फोट और उसके बाद लगी आग की घटना पर चर्चा की जाएगी. इस अस्पताल में पहले से ही घायल मरीजों की भरमार थी. फलस्तीनियों ने भी यहां शरण ली थी. हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया कि विस्फोट में कम से कम 500 लोगों की मौत हुई है.


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