Pakistan News: गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह (Rana Sanaullah) ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के पत्र के जवाब में कहा है कि 'राष्ट्रपति को अपने संवैधानिक दायरे और औकात में रहना चाहिए.' गृह मंत्रालय की तरफ से शुक्रवार को जारी एक बयान के मुताबिक, राणा सनाउल्लाह ने कहा कि राष्ट्रपति को चाहिए कि इमरान खान से आतंकवाद करने और उनके हुक्म पर 'कठपुतली' ना बनें. 


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"संविधान और कानून तोड़ने वाला संवैधानिक पद पर बैठा है. शब्दों को पढ़ते हुए राजनीतिक विरोधियों पर 15 किलो हेरोइन फेंकी गई. उस वक्त मानवाधिकार कहां थे. गौरतलब हो कि राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को लिखे पत्र में कहा है कि 'प्रधानमंत्री से जुड़े अफसरों को चुनाव आयोग को वक्त पर चुनाव कराने में मदद करने की हिदायत दें.'


राष्ट्रपति भवन की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, राष्ट्रपति ने खत में कहा है कि 'अदालत की अवमानना ​​समेत आगे की मुश्किलों से बचने के लिए प्रधानमंत्री ने केंद्रीय और राज्य सरकारों के जुड़े अफसरों को पंजाब में आम चुनाव कराने की हिदायत दी है और तय वक्त पर खैबर पख्तूनख्वा की हिमायत को निर्देशित करें. 


राणा सनाउल्लाह ने कहा कि विपक्ष के नेता को मानवाधिकार के हिसाब से मौत के घाट उतार दिया गया था, पत्रकारों की हड्डियां तोड़ दी गईं, पुलिस वालों का सिर फोड़ दिए गए थे, पेट्रोल बम, गोलियां, हथगोले दागे, उस वक्त कहां था मानवाधिकार?


केंद्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा कि पाकिस्तान को 19 मिलियन पाउंड वापस करने के लिए राष्ट्रपति को चाहिए कि वो इमरान खान को एक खत लिखें. इमरान को एक पत्र लिखें कि वे टीरेन खान को कुबूल करें, वह सभी अधिकारों का उल्लंघन है. इमरान खान को लिखें कि तोशा खाना और फॉरन फंडिंग का अदालत को जवाब दें. 


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