Sudan Violence: सूडान में मारे जा चुके हैं 100 लोग, जानिए क्या है मामला?
Sudan Violence: सूडान में हिंसा जारी है, अभी तक इसमें 100 लोगों की जान जा चुकी है. ये विवाद राष्ट्रपति लेफ्टिनेंट जनरल अब्देल फतह अल-बुरहान के नेतृत्व वाली सेना और उप राष्ट्रपति मोहम्मद हमदान के बीच चल रहा है.
Sudan Violence: ये तीसरा दिन है जब सुडान में लगातार गोलीबारी और बमबारी की घटनााएं सामने आ रही हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अभी तक मरने वालों की तादाद 97 पहुंच गई है. आपको जानकारी के लिए बता दें मिलिट्री और पैरामिलिट्री फोर्स के बीच लगातार विवाद जारी है. सोमवार के दिन आई जानकारी के अनुसार इन दंगों मे 100 लोगों की मौत हो चुकी है और 365 लोग घायल हुए हैं.
सूडान में जारी है हिंसा
सूडान डॉक्टरों की केंद्रीय समिति ने सोमवार को जानकारी दी है कि राजधानी के दक्षिणी हिस्से में तोपों ने एक अस्पताल पर हमला किया है. इस हमले में किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. लेकिन इससे दहशत की स्तिथी बनी हुई है. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सुबह को एक तरफ मस्जिदों में अजान हो रही थी, वहीं दूसरी और धमाकों और गोलीबारी की आवाजें आ रही थीं.
क्या है मामला?
आपको जानकारी के लिए बता दें राष्ट्रपति लेफ्टिनेंट जनरल अब्देल फतह अल-बुरहान के नेतृत्व वाली सेना और उप राष्ट्रपति मोहम्मद हमदान दगालो के नेतृत्व वाले भारी सशस्त्र अर्धसैनिक समूह, रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच काफी वक्त से तनाव चल रहा था. उनके बीच लड़ाई की शुरूआत शनिवार को हुई थी. दोनों के बीच ताकत के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है.
शनिवार को दोनों ओर से शाम 4 बजे सीज फायर का ऐलान हुआ था. लेकिन इसके 1 घंटा बाद भी बम धमाके होते रहे और गोलियां चलती रहीं. कई तस्वीरें ऐसी सामने आ रही हैं जिसमें शहर से धुएं का गुबार उड़ता दिख रहा है.
कैसे शुरू हु
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ये नागरिक सरकार को सत्ता देने की मांग को लेकर शुरू हुआ. सूडान में अक्टूबर 201 को सरकार का तख्तापलट हुआ, जिसके बाद अंतरिम सरकार और सेना के बीच लगातार टकराव होता आ रहा है. इस वक्त देश को सेना ही चला रही है. जिसके लीडर जनरल अब्देल फतेह अल बुरहान हैं. वहीं देश के दूसरे नंबर क नेता यानी आरएसएफ़ प्रमुख मोहम्मद हमदान डगालो हैं. दोनों में से कोई झुकने को तैयार नहीं है. आरएसएफ के प्रमुख मोहम्मद हमदान ने कहा है कि सेना के सभी ठिकानों पर कब्जा होने तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी. वहीं सेना ने भी बातचीत की संभावना को नकारा है.