India-Canada Relations: कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रुडो ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इंडिया पर एक बार फिर खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की कत्ल का इल्जाम लगाया है. ट्रुडो ने इंडिया से बाहर निकाले गए 40 कनाडाई डिप्लोमेट्स के मुद्दे पर सवाल उठाया है. दरअसल, खालिस्तानी समर्थक निज्जर की इसी साल जून में ब्रिटिश कोलंबिया शहर में एक गुरुद्वारे के बाहर कत्ल कर दिया गया था. ट्रुडो ने इस कत्ल का इल्जाम भारत पर लगाया था.


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उन्होंने ने कहा, "हम इस बात को लेकर बिल्कुल साफ कर रहे हैं कि हम इस गंभीर मामले पर इंडिया के साथ काम करना चाहते हैं. शुरुआत से ही हमने उन वास्तविक इल्जामों को शेयर किया है, जिन्हें लेकर हम काफी चिंतित हैं." आगे ट्रुडो ने कहा, "हमने इस मामले की तह तक जाने का फैसला किया है. इस मामले को गंभीरता से लेकर भारत सरकार और दुनियाभर के साझेदारों से संपर्क किया है."


इस दौरान कनाडाई पीएम ने वियना कंवेशन का भी जिक्र किया है. उन्होंने कहा, "भारत वियना कंवेशन का उल्लंघन किया है. नई दिल्ली ने 40 से ज्यादा डिप्लोमेट्स की राजनयिक छूट को मनमाने ढंग से रद्द किया. इस वजह से हम बहुत निराश हैं." ट्रुडो ने कहा, "हमारे पास इस बात पर यकीन करने की गंभीर वजहें हैं कि भारत सरकार के एजेंट्स कनाडा की धरती पर कनाडाई नागरिक की कत्ल में शामिल हो सकते हैं." ट्रूडो ने कहा, "इंडिया ने वियना कंवेंशन का उल्लंघन कर कनाडाई डिप्लोमैट्स को बाहर निकाल दिया."



भारत से राजनयिकों को निकाले जाने पर ट्रुडो ने कहा, "ये दुनियाभर के देशों के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि यदि कोई मुल्क ये फैसला कर लेता है कि उसे दूसरे देशों के डिप्लोमेट्स की सुरक्षा नहीं करनी है, तो इससे अंतरराष्ट्रीय रिश्ते खतरनाक हो जाते हैं, लेकिन हर कदम पर हमने भारत के साथ सकारात्मक रूप से काम करने की कोशिश की है. हम ऐसा करना जारी रखेंगे और इसका मतलब है कि भारत सरकार के डिप्लोमेट्स के साथ हम काम करते रहेंगे." उन्होंने कहा, "ये कोई ऐसी लड़ाई नहीं है, जिस हम जारी रखना चाहते हैं. लेकिन हम हमेशा कानून के राज के लिए खड़े रहेंगे." 


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