Jaishankar Prasad on Terrorism: भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बृहस्पतिवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत पर जमकर हमला बोला. उन्होंने इंडायरेक्टली पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए UNSC को बताया कि “आतंकवाद का सामयिक केंद्र” अब भी बेहद एक्टिव है. उन्होंने चीन को कठघरे में खड़ा करते हुए इस बात को लेकर अफसोस भी जाहिर किया कि आतंकवादियों को ब्बैक लिस्ट करने में दिक्कतें पैदा की जाती हैं.


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जयशंकर ने आतंकवाद को अंतरराष्ट्रीय अमन और सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए कहा कि यह कोई सरहद, राष्ट्रीयता या नस्ल नहीं जानता. उन्होंने कहा कि “आतंकवाद का खतरा असल में और भी गंभीर हो गया है. हमने अल-कायदा, दाएश, बोको हराम और अल शबाब और उनके सहयोगियों का विस्तार देखा है.”


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जयशंकर साफ तौर से पाकिस्तान का जिक्र कर रहे थे, जिस पर उसके पड़ोसियों ने आतंकवादियों को शरण देने और अल-कायदा, लश्कर-ए-तैयबा और तालिबान जैसे कई आतंकवादी ग्रुपों को पनाहगाह देने का इल्जाम लगाया है. उन्होंने कहा, “आतंकवादियों पर पाबंदी लगाने और उन पर मुकदमा चलाने के लिए समान मानदंड लागू नहीं होते हैं. कभी-कभी ऐसा लगता है कि आतंकवाद का स्वामित्व उसके असल जुर्म या उसके नतीजों से ज्यादा जरूरी है.” 


जयशंकर ने अपने भाषण में यह साफ तौर पर जाहिर कर दिया कि चीन पाकिस्तान के आतंकवादियों को बैन करने में रोड़े अटका देता है. जयशंकर ने कहा, “हम फिर से ‘न्यूयॉर्क के 9/11’ या ‘मुंबई के 26/11’ को दोहराने नहीं दे सकते.”


इससे पहले पाकिस्तान ने UNSC में कश्मीर का मुद्दा उठाया इसपर भी जयशंकर ने उसे आइना दिखाया. उन्होंने नाम लिए बगैर कहा कि जिसे दुनिया मानती ही नहीं उसे अपने आपको बाजिब कहने का सवाल ही नहीं उठटा.


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