कई मुस्लिम देश में इन दिनों हालात बहुत ज्यादा खराब हैं. पाकिस्तान में जब से बाढ़ा आई है तब से यहां जबरदस्त महंगाई बढ़ी है. इसी तरह से सीरिया में जंग की वजह से मारे जा रहे हैं. खबरों के मुताबिक अफ्गानिस्तान में तालिबान ने आम लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. इसी कड़ी में सोमालिया में सूखे की वजह से हालात खराब हैं.


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सोमालिया में साल 2017 से भयानक सूखा है. यहां 1.17 करोड़ लोगों को सख्त मदद की जरूरत है. यहां सूखे की वजह से हर रोज लोग अपनी जान गवा रहे हैं. यहां सूखे की वजह से सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित हुए हैं. यहां जितने लोग सूखे से मारे गए हैं. उनमें आधे बच्चे शामिल हैं जिनकी उम्र पांच साल से कम है.


संयुक्त राष्ट्र और सोमालिया की सरकार ने यहां फिलहाल अकाल का ऐलान नहीं किया है, लेकिन यहां बद से बदतर हैं. लोगों को खाने को खान नहीं हैं. साथ ही लोगों को पीने के पानी दिक्कत है.


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एक आंकड़े के मुताबिक यहां साल 2023 के शुरूआती महीनों में मौत के आंकड़ों में जबरदस्त इजाफा हो सकता है. मुम्किन है कि 18 से 34 हजार और लोगों की जान चली जाए. सूखे से यहां के हालात बहुत बुरे हैं. 


सोमालिया में सूखे की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी यहां के बच्चों और महिलाओं को हो रही है. सोमालिया की सरकार लगातार पूरी दुनिया से ममद की मांग कर रही है. संयुक्त राष्ट्र संघ इन दिनों लगातार सोमालिया में सूखे के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रहा है. वह इस पर गौर कर रहा है कि यहां के सूखे से निपटने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं. 


सोमालिया में इंटीग्रेटड सिक्योरिटी फेज क्लासिफिकेशन लॉन्च करने की योजना है ताकि यहां लोगों को दुनियाभर से खाना मिल सके.


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