Norway Firing: समलैंगिक की हिमायत में हो रही रैली पर फायरिंग, 2 की मौत, 14 जख्मी
Norway Firing: नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में सुबह सवेरे फायरिंग की घटना पेश आई है, इसमें 2 लोगों की मौत और दर्जन भर से ज्यादा लोग जख्मी बताए जा रहे हैं. यह फायरिंग समलैंगिकों की हिमायत होने वाली रैली पर की गई है. हालांकि अभी तक किसी ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है.
ओस्लो: नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में शनिवार सुबह सवेरे एक बार के बाहर हुई गोलीबारी की घटना में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक इस घटना में एक दर्जन से ज्यादा लोग जख्मी हो गए हैं. पुलिस के मुताबिक, गोलीबारी शनिवार तड़के नॉर्वे की राजधानी के डाउनटाउन इलाके में एक बार के बाहर हुई. इस मामले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब शहर में समलैंगिकों की हिमायत में एक रैली की तैयारियां चल रही थीं.
पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक,"फिलहाल इस घटना के पीछे की वजह नहीं पता चल सकी है. ना ही यह साफ हो सका है कि गोलीबारी का संबंध समलैंगिकों की हिमायत में ओस्लो में शनिवार को होने वाली रैली से था. पुलिस शनिवार को निकाली जाने वाली इस रैली के आयोजकों के संपर्क में है. इस बात का पता लगाया जा रहा है कि समलैंगिकों की हिमायत में होने वाली रैली की सिक्योरिटी के लिए पुलिस को क्या उपाय करने चाहिए और क्या गोलीबारी की घटना का समलैंगिकों की रैली से कोई संबंध है या नहीं.”
यह भी देखिए:
Malaika Arjun: मलाइका और अर्जुन ने की सगाई? फोटो देखकर फैंस ने लगाए कयास
उन्होंने आगे बताया,"गोलीबारी में जख्मी होने वाले 14 लोगों का इलाज चल रहा है, जिनमें से आठ को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है. एनआरके के पत्रकार ओलाव रोनेबर्ग ने बताया कि उन्होंने गोलीबारी की घटना को अपनी आंखों से देखा है. मैंने देखा कि एक आदमी बैग के साथ वहां पहुंचता है. वह बैग में से हथियार निकालता है और गोलीबारी शुरू कर देता है. पहले मुझे लगा कि यह एक एयर गन है. तभी बगल के बार का शीशा टूट गया और मैं समझ गया कि मुझे छिपने के लिए भागना होगा.”
समलैंगिकों की हिमायत में रैली के आयोजकों ने बताया कि वे पुलिस के राब्ते में हैं. हम इस घटना से हैरान और दुखी हैं. हम हालात पर करीबी नजर रख रहे हैं. हमारी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके प्रियजनों के साथ हैं.”
स्थानीय समाचार चैनल “टीवी-2” पर चले वीडियो फुटेज में घबराए लोगों को ओस्लो की सड़कों पर भागते हुए देखा जा सकता है और उनके पीछे गोलियों की आवाज सुनाई दे रही है.
गौरतलब है कि नॉर्वे में गोलीबारी की सबसे दर्दनाक घटना साल 2011 में हुई थी, जब दक्षिणपंथी विचारधारा वाले एक व्यक्ति ने 69 लोगों की हत्या कर दी थी. 2019 में एक अन्य दक्षिणपंथी चरमपंथी ने अपनी सौतेली बहन की हत्या करने के बाद एक मस्जिद में गोलीबारी की थी, लेकिन इस घटना में किसी को नुकसान पहुंचने से पहले उसे पकड़ लिया गया था.
ZEE SALAAM LIVE TV