Imran Khan Letter: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने राष्ट्रपति आरिफ़ अल्वी से पूर्व जनरल (रिटायर्ड) क़मर जावेद बाजवा के ख़िलाफ़ शपथ और देश के संविधान की कथित ख़िलाफ़वर्ज़ी की जांच का आदेश देने को कहा है. स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी.चैनल टुडे, जियो न्यूज़ ने बताया कि पार्टी की ऑफिशियल सोशल मीडिया पर सार्वजनिक रूप से साझा किए गए ख़त में पीटीआई चीफ़ ने कहा, बहुत परेशान करने वाली जानकारी अब सार्वजनिक डोमेन में आ गई है, इससे यह साफ़ है कि सीओएएस के रूप में जनरल बाजवा ने बार-बार अपने ओहदे की शपथ की ख़िलाफ़वर्ज़ी की.


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इमरान ख़ान ने बाजवा पर साधा निशाना
जियो न्यूज़ ने बताया कि इमरान ख़ान ने ज़िक्र किया कि पूर्व सेना प्रमुख ने क़ानूनी नियमों को ताक़ पर रख दिया और आरिफ़ अल्वी से सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर के तौर में उनके ख़िलाफ़ फौरी तौर पर जांच शुरू करने की अपील की. इमरान ख़ान ने इस महीने की शुरुआत में एक समाचार पत्र में प्रकाशित एक कॉलम का हवाला दिया, जिसमें जनरल (सेवानिवृत्त) बाजवा को ज़िम्मेदार ठहराते हुए इमरान ख़ान की सरकार के बारे में चौंकाने वाले ख़ुलासे किए गए थे. इमरान ख़ान ने कहा, उन्होंने एक रिपोर्टर के सामने स्वीकार किया है कि 'हम'  इमरान ख़ान को देश के लिए ख़तरनाक मानते थे, अगर वह सत्ता में बने रहे. अब सवाल यह उठता है कि किसने उन्हें यह तय करने की पॉवर दी कि एक निर्वाचित प्रधान मंत्री कथित रूप से देश के लिए खतरा था.



प्रधानमंत्री चुनना अवाम का काम: इमरान 
जियो न्यूज़ ने बताया कि पीटीआई चीफ़ ने कहा कि सिर्फ़ इलेक्शन के ज़रिए से लोग ही यह तय कर सकते हैं कि वे किसे प्रधान मंत्री के तौर में चुनना चाहते हैं. शौकत तरीन के करप्शन मामले का ज़िक्र करते हुए, जिसके बारे में बाजवा ने दावा किया कि पीटीआई के वित्त मंत्री ने इस मामले को सुलझाने के लिए तत्कालीन स्पाईमास्टर जनरल (सेवानिवृत्त) फैज हामिद से राब्ता किया था. इमरान ख़ान के हवाले से जियो न्यूज़ ने बताया, इस मामले में उनके दावों की ख़ूबियों के बावजूद, उन्होंने यह भी स्वीकार किया है कि वह शौकत तरीन के ख़िलाफ़ एनएबी का मामला दर्ज कराने में कामयाब रहे.


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