पाकिस्तानः इमरान खान ने 23 दिसंबर को राज्य विधानसभाएं भंग करने का ऐलान किया
इमरान ने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव ही देश की समस्याओं का एकमात्र समाधान है और सरकार हारने के डर से नए चुनावों से “डर“ रही है. उन्होंने चिंता व्यक्त की है कि सरकार अक्टूबर 2023 में भी आम चुनाव नहीं करा सकती है.
लाहौरः पाकिस्तान के पूर्व और अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को ऐलान किया है कि पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा में उनकी पार्टी की सरकारें 23 दिसंबर को प्रांतीय विधानसभाएं भंग कर देंगी ताकि नए सिरे से चुनाव कराने का रास्ता साफ हो सके. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सद्र इमरान खान ने शनिवार शाम लाहौर में अपने आवास से वीडियो लिंक के जरिए राष्ट्र को खिताब करते हुए कहा कि सिर्फ नए सिरे से चुनाव ही मुल्क को आर्थिक संकट से उबार सकता है.
वहीं, इमरान खान ने कहा कि पीएमएल-एन गठबंधन सरकार देश भर में नए सिरे से चुनाव कराने के लिए सहमत हो या नहीं, उनकी घोषणा से यह सुनिश्चित होगा कि दोनों विधानसभाओं के भंग होने के बाद पाकिस्तान के 65 फीसदी हिस्से में चुनाव कराने पड़ेंगे.
इस दौरान पंजाब और खैबर-पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री भी इमरान खान के साथ थे. उन्होंने प्रांतीय विधानसभाओं को भंग करने की तारीख का ऐलान करते हुए कहा, “हम दिवालिया होने की कगार पर हैं और सिर्फ नए सिरे से व निष्पक्ष चुनाव ही पाकिस्तान की आर्थिक समस्याओं का हल निकाल सकते हैं.” प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार ने ऐलान किया है कि अगस्त 2023 में सरकार का कार्यकाल पूरा करने के बाद अगला आम चुनाव होगा.
इमरान खान ने कहा, “एक बार जब हम दोनों विधानसभाओं को भंग कर देते हैं, तो हम प्रांतों में चुनाव कराएंगे. साथ ही, हमारे 123-125 नेशनल असेंबली सदस्य - जिनके इस्तीफे कबूल नहीं किए गए हैं, विधानसभा के अंदर स्पीकर से उनके इस्तीफे स्वीकार करने के लिए कहेंगे.“ डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने देश में प्रतिभा पलायन पर अफसोस जताते हुए कहा कि कुशल लोग और पेशेवर बड़ी तादाद में मुल्क छोड़ रहे हैं.
इमरान ने कहा कि बेरोजगारी और महंगाई बढ़ रही है और देश में विदेशी विश्वास खत्म हो गया है, जिससे निवेश डूब रहा है. उन्होंने कहा, “आप किसी भी उद्योगपति, मजदूर और किसान से पूछ सकते हैं, मौजूदा आर्थिक स्थिति के बीच उनके वित्त का प्रबंधन नहीं किया जा सकता है.“
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