Attack on Iraqi Parliament: राजनीतिक गतिरोध के बीच लगभग दो महीने के अंतराल के बाद इराकी संसद के फिर से बुलाए जाने के चलते हुई झड़पों में कम से कम 122 सुरक्षा सदस्य और 11 प्रदर्शनकारी घायल हो गए. 


प्रदर्शनकारियों में धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर के समर्थक


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इराकी ज्वाइंट ऑपरेशंस कमांड (JOC) ने बुधवार को एक बयान में कहा कि, सैकड़ों प्रदर्शनकारी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए, जिनमें से ज्यादातर शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर के समर्थक थे. उन्होंने बगदाद के तहरीर स्क्वायर में रैलियां कीं ग्रीन जोन में प्रवेश करने के लिए उन्होंने अल-जुम्होरिया ब्रिज पर रखे कंक्रीट ब्लॉकों को हटा दिया.


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मोहम्मद अल-हलबौसी के खिलाफ हुआ मतदान


समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, संघर्ष तब हुआ जब संसद का सत्र शुरू हुआ, जिसके दौरान 222 सांसदों ने अध्यक्ष पद से मोहम्मद अल-हलबौसी के इस्तीफे के खिलाफ मतदान किया. 


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संसद भवन पर हमला


सत्र के दौरान दोपहर करीब साढ़े तीन बजे तीन रॉकेट से हमला हुआ, जिसमें 7 लोग घायल हो गए. इराकी बलों के कमांडर-इन-चीफ के प्रवक्ता याहिया रसूल ने कहा कि, तीन में से एक रॉकेट संसद भवन के सामने गिरा, जिससे आसपास के वाहनों और इमारतों को नुकसान पहुंचा. संसद ने 30 जुलाई को अपना सत्र स्थगित कर दिया था.


हाल के दिनों में, शिया पार्टियों के बीच जारी विवाद से इराकी सरकार के गठन में बाधा पैदा हुई है.


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