पोक्रोव्स्कः रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को टेलीविजन पर ऐलान किया कि रूस ने यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्र लुहांस्क में जीत का परचम फहरा दिया है. इससे पहले यूक्रेन की सेना अपने आखिरी गढ़ को छोड़कर चली गई. लुहांस्क पूर्वी यूक्रेन में स्थित है और यह पड़ोसी डोनेत्स्क प्रांत यूक्रेन के औद्योगिक गढ़ डोनबास का हिस्सा हैं. रूसी बलों ने लुहांस्क में यूक्रेन के आखिरी गढ़ लिसिचांस्क शहर पर इतवार को कब्जा कर लिया था जिसके बाद मुहिम पूरी हो गई. लुहांस्क के गवर्नर सेरही हैदई ने बताया कि यूक्रेन के बल आत्मसमर्पण से बचने के लिए लिसिचांस्क से निकल गए.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रूसी बलों ने डोनेत्सक के आधे से ज्यादा हिस्से पर कब्जा किया 
वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने रात में वीडियो के माध्यम से किए गए संबोधन में माना कि फौज को निकाला गया है लेकिन संकल्प लिया है कि यूक्रेनी बल पीछे हटते हुए भी लड़ेंगे. ज़ेलेंस्की ने कहा कि रणनीति और आधुनिक हथियारों की आपूर्ति की बदौलत वे वहां से निकल पाए हैं. वहीं, रविवार को रूस के पश्चिमी हिस्से पर यूक्रेन की ओर से हमले हुए. यूक्रेन की सेना के जनरल स्टाफ ने बताया कि रूसी फौज डोनबास क्षेत्र के सिवर्स्क, फिडोरिवका और बखमुत की तरफ बढ़ने की कोशिश कर रही है. रूस के बलों ने डोनेत्सक के आधे से ज्यादा हिस्से पर कब्जा कर लिया है. 

पांच माह से दोनों देशों में चल रही है जंग 
यूक्रेन के जंग को पांच महीने हो गए हैं. डोनबास में रूस समर्थित अलगाववादी 2014 से यूक्रेन की फौज से लड़ रहे हैं. रूस की तरफ से यूक्रेन के क्रीमिया को अपने देश में मिला लेने के बाद डोनबास के अलगावादियों ने अपनी आज़ादी की घोषणा कर दी थी. रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमले से पहले स्वघोषित गणराज्यों को मान्यता दे दी थी. 


Zee Salaam