Video: लेबनान के बेरुत में प्रदर्शन के दौरान हुई फ़ायरिंग में छह की मौत, 32 घायल
इस हादसे पर लेबनान के वज़ीरे आज़म नजीब मिकाती ने शुक्रवार को एक दिन के शोक का ऐलान किया है. वहीं, इस घटना पर रद्देअमल का इज़हार करते हुए राष्ट्रपति मिशेल आउन ने कहा, `हम किसी को भी अपने फ़ायदे के लिए देश को बंधक बनाने की इजाजत नहीं देंगे.”
बेरुत: लेबनान के दारुल हुकूमत बेरुत में गुरुवार को एक प्रोटेस्ट के दौरान हुई फ़ायरिंग की नतीजे में 6 लोगों की मौत हो गई, जब कि 30 से ज्यादा अफराद ज़खमी हो गए. बेरुत में प्रदर्शनकारी पिछले साल बेरुत के बंदरगाह पर हुए भयानक विस्फोट की जांच कर रहे जज की मुखालित में जमा हुए थे. ये प्रदर्शनकारी जज तारेक बिटर को को बदलने की मांग कर रहे थे कि इसी दरमियान फायरिंग शुरू हो गई और 6 लोग मारे गए.
याद रहे कि पिछले साल बेरुत के बंदरगाह पर हुए भयानक विस्फोट में करीब 219 लोग मारे गए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये प्रदर्शनकारी हिज़्बुल्लाह और अमाल नामक संगठनों के हिमायती थे जो बेरुत विस्फोट की जांच कर रहे जज को बदलने की मांग कर रहे थे.
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इस हादसे पर लेबनान के वज़ीरे आज़म नजीब मिकाती ने शुक्रवार को एक दिन के शोक का ऐलान किया है. वहीं, इस घटना पर रद्देअमल का इज़हार करते हुए राष्ट्रपति मिशेल आउन ने कहा, 'हम किसी को भी अपने फ़ायदे के लिए देश को बंधक बनाने की इजाजत नहीं देंगे.”
गौरतलब है कि हिज़्बुल्लाह और उसके सहयोगियों ने बेरुत धमाके की जांच कर रहे जज पर जांच में जानिबदारी का इलजाम लगाया है, जबकि पीड़ितों के परिवार ने जज की हिमायत की है.
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प्रदर्शनकारियों ने इलज़ाम लगाया है कि जज तारेक बिटर पिछले साल बेरुत के बंदरगाह पर हुए धमाके की पूछताछ के लिए, हिज़्बुल्लाह के सहयोगी पूर्व कैबिनेट वज़ीरों को जान-बूझकर इस मामले में घसीट रहे हैं और बेरुत धमाका केस झूटे लापरवाई के इलजाम लगा रहे हैं.
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