नई दिल्ली: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से सभी विदेशी अफगानिस्तान छोड़कर भाग रहे हैं. सभी देश अपने शहरियों को वहां से निकाल रहे हैं. लोगों में तालिबान का खौफ देखा जा रहा है. इसी कारण लोग अफगानिस्तान को छोड़ रहे हैं. इस बीच तालिबान ने बड़ा बयान दिया और कहा है कि अब किसी भी अफगानी को देश नहीं छोड़ने दिया जाएगा. तालिबान ने कहा है कि वह अफगान नागरिकों को काबुल एयरपोर्ट की यात्रा करने से रोकेंगे, ताकि कोई अफगानी निकासी (इवैकुएशन) विमानों पर सवार होकर विदेश न चला जाए.


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"विषेशज्ञों के जाने से हो रहा है नुकसान"
मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि अब अफगानिस्तान के डॉक्टरों और शिक्षाविदों को यह देश नहीं छोड़ना चाहिए, उन्हें अपने विशेषज्ञ क्षेत्रों में काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इनके जाने से देश को नुकसान होगा और अब ऐसा होने नहीं दिया जाएगा. तालिबान ने आगे कहा कि यहां के लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. अब हालात सामान्य हो रहे हैं. हम लोगों को लगातार समझा रहे हैं कि डरने की जरूरत नहीं है. 


"पेशेवरों को नहीं छोड़ना चाहिए देश"
बता दें कि अफगानिस्तान पर जिस वक्त तालिबान ने कब्जा किया था तो कहा था कि वो किसी भी विदेशी को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे. तालिबान ने यह भी कहा था कि यहां से जाने वालों को भी नहीं रोका जाएगा. लेकिन, अब तालिबान का रुख इसके प्रति सख्‍त हो गया है. तालिबान खास तौर पर पेशेवरों माहिरीन के अफगानिस्तान छोड़ने से नुकसान महसूस कर रहा है.


अभी घरों में रहेंगी महिलाएं:
साथ ही तालिबान ने प्रेस कांफ्रेंस में यह भी कहा है कि अभी महिलाओं को काम करने की इजाज़त नहीं दी जा रही है. उन्होंने कहा कि कामकाजी महिलाओं को फिलहाल हालात सामान्‍य होने तक घरों में रह कर ही इंतेजार करना होगा. तालिबान ने कहा है कि ये फैसला सुरक्षा कारणों के मद्देनजर लिया गया है.


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