नई दिल्ली: अफगानिस्तान में जारी हिंसा के बीच तालिबान ने बड़ा बयान जारी किया है. अपने बयान में तालिबान ने कहा है कि हिंसा के दौरान अफगानिस्तान में मौजूद किसी भी दूतावास (सिफारतखाने) को नुकसान नहीं पहुंचायगा. तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद सुहेल शाहीन ने एएनआइ को बताया कि हमारी तरफ से दूतावासों और राजनयिकों को कोई खतरा नहीं है.


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इसके अलावा तालिबान प्रवक्ता मोहम्मद सुहेल शाहीन से यह पूछे जाने पर कि क्या तालिबान भारत को यकीन दिला सकता है कि उसके खिलाफ अफगान जमीन का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि हम किसी को भी पड़ोसी देशों समेत किसी भी देश के खिलाफ अफगान धरती का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. 


तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद सुहैल शाहीन ने तालिबान के पाक-आधारित आतंकी समूहों के साथ गहरे संबंध होने पर एएनआइ को बताया कि ये निराधार आरोप हैं. ये जमीनी हकीकत पर आधारित नहीं हैं. बल्कि राजनीतिक रूप से प्रेरित लक्ष्यों के आधार पर हमारे प्रति उनकी कुछ नीतियों के आधार पर हैं.


अफगानिस्तान के पक्तिया में एक गुरुद्वारे से निशान साहिब को हटाने पर तालिबान ने कहा कि उस झंडे को सिख समुदाय ने ही हटाया था. जब हमारे सुरक्षा अधिकारी वहां गए तो उन्होंने कहा कि झंडा देखा तो कोई उन्हें परेशान करेगा. हमारे लोगों ने उन्हें यकीन दिलाया और उन्होंने इसे फिर से फहराया.


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