Masjid E Nabawi: मस्जिद नबवी के प्रशासन ने कहा है कि मंगलवार को दो विदेशी और गैर-मुस्लिम महिलाएं गलती से मस्जिद नबवी के बाहरी सेहन में घुस गईं और उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने रोक लिया. बड़ी बात यह कि इन महिलाओं का लिबास भी आपत्तिजनक बताया जा रहा है. एक न्यूज वेबसाइट के मुताबिक, सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के बारे में प्रशासन ने सफाई दी है और कहा है कि 'विवादित महिलाओं ने पवित्र स्थान के लिए उपयुक्त कपड़े नहीं पहने थे.'


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कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ये दोनों गैर-मुस्लिम पश्चिमी महिलाएं गलती से मस्जिद नबवी के बाहरी प्रांगण में प्रवेश कर गईं. उन्हें पता नहीं था कि उन्हें जगह में प्रवेश करने की इजाजत नहीं थी, न ही वे जानते थे कि यह एक पवित्र जगह थी जिसके लिए उचित ड्रेसिंग की आवश्यकता थी. प्रशासन ने कहा है कि 'जब उन्हें हालत के बारे में बताया गया तो उन्होंने गलती के लिए माफी मांगी और उन्हें धन्यवाद देते हुए वापस चले गए.'


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भविष्य में ऐसी गलती न हो इसके लिए प्रशासन विदेशी पर्यटकों के बीच जागरूकता मुहिम चलाकर तीर्थ स्थलों की पवित्रता स्पष्ट करेगा. मस्जिद नबवी प्रशासन के मुताबिक "मस्जिद नबवी की पवित्रता सुनिश्चित करने और तीर्थयात्रियों की खिदमत करने के लिए कोई मिनट नहीं छोड़ा जाएगा".


बता दें कि ये वह मस्जिद है जहां पर पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब ने भी इमामत की है. यह सऊदी अरब के शहर मदीना में मौजूद है.  पूरी दुनिया के मुसलमनों के लिए मक्का के बाद यह दूसरी सबसे अहमियत रखने वाली और पवित्र जगह है. इस मस्जिद को अरबी भाषा में 'अल-मस्जिद अल-नबाविस' कहते हैं. पैगम्बर मोहम्मद इस मस्जिद के पहले इमाम थे. पैगम्बर मोहम्मद स. ने मक्का से जब मदीना की यात्रा की थी उसके एक साल बाद यह मस्जिद बनाई गई थी.


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