Who is Ranil Wickramasinghe? श्रीलंका को रानिल विक्रमसिंघे के रूप में नया राष्ट्रपति मिल गया है. श्रीलंका आर्थिक मंदी से जूझ रहा है. ऐसे में यहां के राष्ट्रपति गोटवाया राजपक्षे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. जिसके बाद श्रीलंका में राष्ट्रपति पद का चुनाव हुआ है. इसमें कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रम सिंघे (Ranil Wickramasinghe) ने जीत दर्ज की है.


कौन हैं रानिल विक्रमसिंघे


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रानिल श्रीलंका के सिंहली परिवार से आते हैं. रानिल विक्रमसिंघे ने साल 1972 में सीलोन लॉ कालेज से कानून की पढ़ाई की. वह पेशे से वकील हैं. उन्होंने 1970 के दशक में सक्रिय राजनीति में कदम रखा. उनकी उम्र उस वक्त 28 साल थी जब उन्हें उप विदेश मंत्री बनाया गया था. 5 अक्टूबर 1977 को विक्रमसिंघे युवा मालों के मंत्री बनाए गए. वह साल 1980 की शुरूआत तक अपने पद पर बने रहे.


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कई बार श्रीलंका के प्रधानमंत्री


साल 1993 में उस वक्त के राष्ट्रपति रानासिंघे प्रेमदासा को आतंकवादियों ने जान से मार दिया था. उनकी मौत के बाद प्रधानमंत्री डीबी विजतुंगा को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया. 7 मई 1993 को रानिल विक्रमसिंघे को पहली बार प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया. वह इस पद पर साल 1994 तक रहे. इसके बाद साल 2001 से 2004, 2015 से 2018 और 2018 से 2019 तक प्रधानमंत्री रहे. वह 1994 से 2001 और 2004 से 2015 तक विपक्ष के नेता रहे.


भारत के हैं करीबी


ख्याल रहे कि जब पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजक्षे ने इस्तीफा दिया था तब रानिल विक्रमसिंघे को राष्ट्रपति बनाया गाय था. उस वक्त उन्होंने कहा था कि भारत के साथ अब रिश्ते बेहतर होंगे. हालांकि उन्हें जल्द ही इस्तीफा देना पड़ा. प्रधानमंत्री बनने के बाद वह चार बार भारत आए. रानिल विक्रमसिंघे ने अक्टूबर 2016, अप्रैल 2017, नवंबर 2017 और अक्टूबर 2018 में वे भारत आए थे. रानिल विक्रमसिंघे के कार्यकाल में ही पीएम मोदी ने दो बार भारत का दैरा किया था. सिंघे की ही सरकार में भारत ने श्रीलंका की 1990 एंबुलेंस शुरू कराने में मदद की थी.


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