नई दिल्लीः एक पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा (Pakistani Jouranlist Nusrat Mirza)द्वारा अपने भारत दौरे को लेकर एक इंटरव्यू में किए गए खुलासे के बाद न सिर्फ देश के खुफिया तंत्र की पोल खुल गई है, बल्कि पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ( Ex. Vice President Hamid Ansari) भी विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं. नुसरत मिर्जा ( Nusrat Mirza) ने दावा किया है कि कांग्रेस की सरकार के दौरान वह हामिद अंसारी के बुलावे पर कई बार भारत आए थे, और यहां से जानकारी इकट्ठी कर उसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को दी थी. 


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कौन हैं नुसरत मिर्जा
नुसरत मिर्जा पाकिस्तान के काफी सीनियर जर्नालिस्ट और स्तंभकार हैं. इस वक्त उनकी उम्र लगभग 80 साल के आसपास है. खास बात यह है कि नुसरत मिर्जा का जन्म मुल्क के बंटवारे के पहले दिल्ली में हुआ था. इस वक्त वह कराची में रहते हैं. उन्होंने कराची यूनिवर्सिटी से राजनीतिक विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएशन और एलएलबी की पढ़ाई की है. वह जियो पॉलटिक्स और डिफेंस स्ट्रैटजी पर लगभग 13 किताबें लिख चुके हैं. वो पाकिस्तान के जंग अखबार सहित  कई दूसरे अखबरों में नियमित तौर पर कॉलम लिखते हैं. पाकिस्तान सहित कई भारतीय न्यूज चैनलों के डिबेट शो में भी वह हिस्सा लेते हैं. साल 1998-99 में वह पाकिस्तान सरकार में जियो स्ट्रैटजी सलाहकार की भूमिका भी निभा चुके हैं. 

पत्रकार से ज्यादा राजनीतिक रणनीतिकार हैं मिर्जा  
नुसरत मिर्जा ने अपने ट्विटर प्रोफाइल में अपने बायो में खुद को पाकिस्तानी और अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक विज्ञानी बताया है. इसके अलावा उन्होंने खुद को टेलीविजन पर्सनालिटी, लेखक और जियो स्ट्रैटजिक अफेयर्स एलानिस्ट यानी उन्होंने खुद को अंतरराष्ट्रीय राजनीति का रणनीतिकार और विशेषज्ञ बताया है. हालांकि उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर 2017 के बाद से कुछ पोस्ट नहीं किया है. आखिरी पोस्ट 16 अप्रैल 2017 का है, और इसमें उन्होंने पाकिस्तान के सच टीवी के एक प्रोग्राम 'सच बात नुसरत मिर्जा के साथ’ का वीडियो शेयर किया है. हालांकि वह वीडियो अब यूट्यूब पर उपलब्ध नहीं है. नुसरत मिर्जा का फेसबुक पर भी अकाउंट है, लेकिन 2021 के बाद से उसपर कोई पोस्ट नहीं है. लास्ट पोस्ट में उन्होंने किसी यूट्यूब चैनल की वीडियो शेयर किया है.

दावों में दिखती है सच्चाई 
नुसरत मिर्जा के प्रोफाइल, अनुभव और उनकी सक्रियता को देखकर यह हरगिज नहीं कहा जा सकता है कि उनके दावे हवा-हवाई हो सकते हैं. उनके दावों में सच्चाई झलक रही है कि उन्होंने भारत दौरों के दौरान जरूर यहां की संवेदनशील सूचनाएं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी और वहां के सैन्य अफसरों के साथ शेयर की होगी. उनके दावों के मुताबिक, भारत दौरे के दौरान पाकिस्तानी एजेंसी उनके लिए सुविधाएं मुहैया कराता था. भारत सरकार को अब नुसरत मिर्जा के दावों की जरूर पड़ताल करनी चाहिए. 


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