Chakradharpur News: चक्रधरपुर में ममता फिर हुई शर्मसार, कलवट पुलिया में फेंका मिला नवजात बच्चा
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Chakradharpur News: चक्रधरपुर में ममता फिर हुई शर्मसार, कलवट पुलिया में फेंका मिला नवजात बच्चा

Chakradharpur News: झारखंड के चक्रधरपुर में एक बार फिर से ममता शर्मसार हुई है. चक्रधरपुर के महुलबराई गांव में एक पुरुष नवजात बच्चा कलवट पुलिया के नीचे पड़ा हुआ पाया गया है. बच्चे को तपन कैवर्त नामक एक युवक ने देखा और उसे अनुमंडल अस्पताल लेकर गया, जहां चिकित्सक बच्चे की ईलाज में लगे हुए हैं.

Chakradharpur News: चक्रधरपुर में ममता फिर हुई शर्मसार, कलवट पुलिया में फेंका मिला नवजात बच्चा

चक्रधरपुर: Chakradharpur News: झारखंड के चक्रधरपुर में एक बार फिर से ममता शर्मसार हुई है. चक्रधरपुर के महुलबराई गांव में एक पुरुष नवजात बच्चा कलवट पुलिया के नीचे पड़ा हुआ पाया गया है. बच्चे को तपन कैवर्त नामक एक युवक ने देखा और उसे अनुमंडल अस्पताल लेकर गया, जहां चिकित्सक बच्चे की ईलाज में लगे हुए हैं.

जानकारी के मुताबिक, तपन कैवर्त रोज की तरह मछली पकड़ने तलब की ओर जा रहा था. इसी दौरान जब वह महुलबराई से कृष्णापुर जाने वाली सड़क के एक कलवट पुलिया से पार हुआ तो उसे एक बच्चे के रोने की आवाज आई. बच्चे की रोने की आवाज से वह चौंक गया. उसने बच्चे के रोने की आवाज की ओर कदम बढ़ाया. उसने देखा कि एक नवजात बच्चा कलवट पुलिया में लावारिस हालत में पड़ा हुआ है. बच्चे के नाभि से नाड़ी भी लगी हुई थी, जिससे पता चल रहा था कि बच्चे का जन्म कुछ घंटे पहले ही हुआ है और जन्म के बाद किसी ने उसे कलवट पुलिया में फेंक दिया है. कोई भी उसके सामने नहीं है. उसने इसकी सूचना सामाजिक कार्यकर्ता अभिजीत भट्टाचार्य को दी. अभिजीत भट्टाचार्य भी मौके पर पहुंचे. तपन और अभिजीत ने काफी देर तक वहां आवाज लगायी और बच्चे के परिजनों के आने का इंतजार किया. इधर काफी देर तक पड़े रहने के कारण बच्चे की भी हालत खराब हो रही थी.

जब कोई भी बच्चे को लेने नहीं पहुंचा तो अभिजीत और तपन बच्चे को लेकर सीधे चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल पहुंचे. यहां बच्चे को इलाज के लिए चिकित्सकों को सौंपा गया. चिकित्सकों ने बच्चे की सेहत की जांच की. जांच में पता चला कि बच्चे के शरीर की कोमल त्वचा के कुछ भाग को चीटियों ने काटकर खाने की कोशिश की है. जिससे बच्चे के त्वचे पर हल्का जख्म बना है. चिकित्सकों ने बच्चे के जख्मों को साफ कर उसे मातृ शिशु देखभाल केंद्र में ऑब्जर्वेशन में रख दिया है. चिकित्सकों ने बताया है कि बच्चे का लिंग पुरुष है और वह स्वस्थ है. फिलहाल उसे ऑब्जर्वेशन में रखकर उसकी सेहत पर ध्यान दिया जा रहा है.

इधर अभिजीत भट्टाचार्य, तपन कैवर्त और उसका पूरा परिवार बच्चे के मिलने के बाद से ही बच्चे की देखभाल में जुटा हुआ है. बच्चे को चिकित्सा सुविधा के साथ-साथ उसे दूध और अन्य चीजें कैवर्त परिवार के द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है. तपन कैवर्त लावारिश हालत में बच्चे को उठाने के बाद भावुक मन से बच्चे की परवरिश का बीड़ा उठाने की बात कही है. उसने कहा कि जरूरी औपचारिकता पूरी कर बच्चे को अपने पास रखेगा और उसकी परवरिश माता पिता की तरह करेगा. बताया गया कि उस इलाके में इससे पहले एक नवजात बच्चा फेंका हुआ पाया गया था, लेकिन उस दौरान बच्चे की मौत हो चुकी थी.

इस बार फिर से उसी इलाके में नवजात बच्चा मिलने से लोगों में तरह तरह की चर्चाएं हैं. लोग उस मां को ज्यादा कोस रहे हैं. जिसने बच्चे को जन्म देकर उसे मरने के लिए सड़क के कलवट पुलिया में डाल दिया. लोगों की मांग है कि इस तरह के घृणित अपराध करने वालों को पुलिस प्रशासन ढूंढ निकाले और उन्हें सख्त से सख्त दंड देना चाहिए. बहरहाल नवजात बच्चे को एक मां ने ठुकराया है तो फरिश्ते के रूप में तपन कैवर्त ने उस बच्चे की जान भी बचायी और उसके परवरिश करने की इच्छा भी जताई है. जिससे एक नवजात बच्चे का जीवन अन्धकार में जाते जाते एक नया जीवन मिल गया है.            

इनपुट- आनंद प्रियदर्शी

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