‘सीएम की मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं...’, सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर बोला हमला
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‘सीएम की मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं...’, सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर बोला हमला

Bihar Politics: जहानाबाद पहुंचे बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं बीजेपी के कद्दावर नेता सुशील कुमार मोदी ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है.

‘सीएम की मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं...’, सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर बोला हमला

जहानाबाद:Bihar Politics: जहानाबाद पहुंचे बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं बीजेपी के कद्दावर नेता सुशील कुमार मोदी ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है. सुशील मोदी कहा कि दलितों के नाम पर भीम संसद कार्यक्रम का आयोजन करने वाले नीतीश कुमार से दलितों ने बदला लिया और भीम संसद का कार्यक्रम पूरी तरह से फ्लॉप हो गया. उन्होंने कहा कि दलितों के नेता स्वर्गीय रामविलास पासवान को नीतीश कुमार ने कितना जलील किया था. इतना ही नहीं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन मांझी को भरी सदन में बेइज्जती करने वाले नीतीश कुमार को दलितों ने नकार दिया है. यही कारण है कि लाखों की भीड़ जुटाने का दावा करने वाले नीतीश कुमार के इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे. यह कार्यक्रम पूरी तरह से फ्लॉप हो गया.

उन्होंने कहा कि आज दलित समाज पूरी तरह से बीजेपी के पक्ष में एकजुट है. चाहे वह रामविलास पासवान को जलील करने का मामला हो या फिर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को सदन में बेइज्जत करने का मामला हो. दलितों ने पूरी तरह से नीतीश कुमार से मुंह मोड़ लिया है. पासी समाज पहले से ही शराबबंदी के नाम पर हो रहे दमन से खफा है. नीतीश कुमार कहते हैं कि जीतन मांझी को मुख्यमंत्री बनाना मेरी मूर्खता था. जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री अपना मुंह छुपाने के लिए बनाए थे. क्योंकि उस समय के चुनाव में दो सीटों पर नीतीश कुमार सिमट गए थे और कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं थे. मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने के बाद जिस तरह से 8 से 9 महीने में बेइज्जत कर जीतन राम मांझी को हटाया गया इससे दलित काफी नाराज है.

मोदी ने कहा की भी भीम संसद कार्यक्रम में सरकारी मशीनरी का जमकर दुरुपयोग हुआ. बावजूद इसके कार्यक्रम में भीड़ नहीं जुटी. इस समय रविदास समाज बीजेपी के साथ एकजुट है. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जब चुनाव आता है तो नीतीश कुमार को विशेष राज्य का दर्जा याद आ जाता है. अब सवाल उठता है कि जब विशेष राज्य का दर्जा देने की योजना ही समाप्त कर हो गई है तो अब विशेष राज्य की दर्जा वित्त आयोग कैसे दे सकता है. नीतीश कुमार सिर्फ विशेष राज्य का दर्जा का मांग कर बहाना बनाने में जुटे हुए हैं. अगर विशेष राज्य की दर्जा उन्हें चाहिए था तो जब वह केंद्र में मंत्री थे तो क्यों नहीं दिलवाई. उस समय आरोप लगाते थे कि लालू यादव ने मनमोहन सिंह पर दबाव बनाकर विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने दिया।.

उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर चुटकी लेते हुए कहा कि नीतीश कुमार के अब जाने का समय हो गया है. 18 साल बहुत होता है. उन्हें सत्ता किसी और को सौंप कर आराम करना चाहिए. उनका मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक नहीं है और यही कारण है कि कभी महिलाओं के बारे में भरी सदन में अपशब्द बोल रहे हैं तो कभी पूर्व मुख्यमंत्री जीतन मांझी को तुम ताम कर रहे हैं. इतना ही नहीं महावीर प्रसाद के कार्यक्रम में अशोक चौधरी के माथे पर पुष्प अर्पित कर रहे हैं. इससे साबित होता है कि नीतीश कुमार को अब सत्ता छोड़ देनी चाहिए और किसी को सौंप कर सकता उन्हें आराम करनी चाहिए.

इनपुट- मुकेश कुमार

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