बिहार के सुपौल जिले के सीमावर्ती कुनौली थाना के थानाध्यक्ष ने दर्ज मुकदमे के आरोपी के बदले उसके सगे छोटे भाई को आरोपी बताकर जेल भेज दिया. इस मामले में पुलिस के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं.
Trending Photos
पटना : बिहार पुलिस का एक और कारनामा सामने आया है. मामला बिहार के सुपौल जिले के सीमावर्ती कुनौली थाना का है. दरअसल यहां के थानाध्यक्ष ने दर्ज मुकदमे के आरोपी के बदले उसके सगे छोटे भाई को आरोपी बताकर जेल भेज दिया. इस मामले में पुलिस के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं. आरोपी खुद कह रहा है 'उसका भाई निर्दोष है उसे छोड़ दो. मुझे गिरफ्तार कर लो, मुजरिम मैं हूं.'
कुनौली बाजार में दो पक्षों के बीच हुए भूमि विवाद में कुनौली थाना में मामला दर्ज किया गया था. आरोप है कि एक पक्ष के प्रभाव में आकर थानाध्यक्ष्य ने आरोपी विनोद कुमार ठाकुर के बदले उसके छोटे भाई संजय कुमार ठाकुर को गिरफ्तार कर तीन अप्रैल को बीरपुर जेल भेज दिया.
गिरफ्तार संजय कुमार ठाकुर के नाम किसी भी थाने में प्राथमिकी दर्ज नहीं है. इस मामले को लेकर नामजद अभियुक्त विनोद कुमार ठाकुर ने बीरपुर व्यवहार न्यायालय परिसर में कहा कि मेरे बदले मेरे भाई को पुलिस दुर्भावना से ग्रसित होकर जेल भेज दी है. हम लोग अपने भाई संजय कुमार ठाकुर की जमानत के लिए यहां आए हैं.
पढ़ें- भागलपुर : रामनवमी पर पुलिसवालों ने लगाए बार बालाओं के साथ ठुमके
संजय ठाकुर की पत्नी ने कुनौली पुलिस पर अपने पति को जबरदस्ती गिरफ्तार कर जेल भेजने का आरोप लगाते हुए एसपी से न्याय की गुहार लगाई है. पीड़िता का कहना है कि 2015 में भूमि विवाद को लेकर कुनौली थाना में कांड सख्या 39/15 और 41/15 दर्ज करवाया गया था. कांड सख्या 39/15 में आठ नामजद अभियुक्त थे, जबकि 41/15 में 12 नामजद अभियुक्त थे. कांड सख्या 41 के 12 नामजद व्यक्तियों में एक नामजद व्यक्ति बिनोद कुमार ठाकुर भी है.
पढ़ें- साथी की मौत से गुस्साए जवानों ने मेजर को दौड़ाकर पीटा, जान बचाकर भागे मेजर
आरोप है कि कुनौली पुलिस ने तीन अप्रैल को नामजद विनोद कुमार ठाकुर के बदले उसके भाई संजय कुमार ठाकुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. संजय कुमार ठाकुर पिछले एक सप्ताह से बीरपुर उपकारा में बंद है. परिजनों ने बीरपुर व्यवहार न्यायलय में जमानत अर्जी दी है. दूसरी ओर संजय ठाकुर की पत्नी कंचन देवी ने एसपी सुपौल को आवेदन देकर कुनौली थानाध्यक्ष पर मनमानी का आरोप लगाते हुए करवाई की मांग की है.