छत्तीसगढ़ः IAS से इस्तीफा देने के बाद भाजपा में शामिल हुए ओपी चौधरी
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छत्तीसगढ़ः IAS से इस्तीफा देने के बाद भाजपा में शामिल हुए ओपी चौधरी

'कर्तव्य पथ पर जो भी मिला, यह भी सही, वह भी सही, वरदान नहीं मांगूंगा, हो कुछ पर हार नहीं मांगूंगा.' अटल जी के इन शब्दों को हृदयम में रखते हुए भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है.

2005 बैच के IAS अफसर हैं ओपी चौधरी

नई दिल्लीः आईएएस से इस्तीफा देने वाले कलेक्टर ओपी चौधरी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है. भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद ओपी चौधरी ने फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए यह सूचना दी है. छत्तीसगढ़ी में वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि वह जो कल थे वही आज भी हैं और हमेशा वही रहेंगे. आप अपना प्यार हमेशा ऐसे ही बनाए रखें और मेरा साथ दें. मैंने जो भी निर्णय लिया है आप सब को केंद्र में रखकर ही लिया है. बता दें ओपी चौधरी के कलेक्टर के पद से इस्तीफा देने के बाद से ही उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थी. जिस पर अब खुद ओपी चौधरी ने मुहर लगा दी है.

अमित शाह की उपस्थिति में भाजपा की सदस्यता
बता दें ओपी चौधरी अभी दिल्ली में ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय मार्ग स्थित भाजपा ऑफिस के मुख्यालय में ही मौजूद हैं. ओपी चौधरी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. ओपी चौधरी ने अपनी फेसबुक वॉल पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता के साथ अपने भाजपा में शामिल होने की बात लिखी है. उन्होंने लिखा 'कर्तव्य पथ पर जो भी मिला, यह भी सही, वह भी सही, वरदान नहीं मांगूंगा, हो कुछ पर हार नहीं मांगूंगा.' अटल जी के इन शब्दों को हृदयम में रखते हुए भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है.

2005 बैच के आईएएस अफसर हैं ओपी चौधरी
बता दें 37 वर्षीय ओपी चौधरी 2005 बैच के आईएएस अफसर हैं. बीजेपी से करीब 2 महीने बातचीत करने के बाद उन्होंने भाजपा में शामिल होने का फैसला लिया है. अपने कार्यकाल में उन्होंने रायपुर से लेकर दंतेवाड़ा जैसे नक्सली इलाकों तक में अपनी सर्विस दी है. माना जा रहा है कि वह अपने गृह जिले रायगढ़ से चुनाव लड़ सकते हैं.

दंतेवाड़ा को एजुकेशन सिटी के तौर पर पहचान दिलाई
जब वह दंतेवाड़ा के कलेक्टर थे तो उन्होंने अपने कार्यकाल में दंतेवाड़ा को एजुकेशन सिटी के तौर पर पहचान दिलाई. उन्हें पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में बेहतरीन काम के लिए प्राइम मिनिस्टर अवॉर्ड भी मिल चुका है. इसके अलावा वह रायपुर में नालंदा परिसर तैयार करवा चुके हैं. ये राज्य का पहला लर्निंग सेंटर है, जो 24 घंटे चलता है.

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