छग कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उईके बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
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नई दिल्ली: विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस में नेताओं के फैसले बड़ी तेजी से बदल रहे हैं. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ गए हुए हैं. इस बीच छग कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उईके बीजेपी में शामिल हो गए हैं. बिलासपुर में रामदयाल उइके ने मुख्यमंत्री रमन सिंह और अमित शाह से पार्टी की सदस्यता ग्रहण की.
खबरों की मानें तो रामदयाल उईके ने कोर कमेटी में नाम नहीं आने और आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग पर कांग्रेस आलाकमान से नाराज थे. रामदयाल उइके की नाराजगी की वजह से उन्हें प्रदेश का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था. उनकी विधानसभा सीट से गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रमुख हीरासिंह मरकाम के कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद भी यह झगड़ा बढ़ा था. भूपेश बघेल के खिलाफ भी रामदयाल उइके ने मोर्चा खोल दिया था. उनकी इस नाराजगी की वजह से प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने रामदयाल उइके के पालितानखार से ही चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था.
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कांग्रेस में रहते हुए रामदयाल उइके पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के काफी करीबी थे. उन्हें जोगी का हनुमान कहा जाता था. रामदयाल उइके 2003 में विधायक खरीद फरोख्त कांड के अहम किरदार रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने उन्हें अपने साथ कर बीजेपी से कांग्रेस जॉइन करवा लिया था. रामदयाल उईके के भाजपा प्रवेश के पीछे राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह की बड़ी भूमिका है.
2003 में विधायक खदीर-फरोख्त कांड के बाद पार्टी ने उन सभी विधायकों पर सख्ती बरतने के का फैसला किया था, जो बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे. उस वक्त बीजेपी ने इन्हें गद्दार करार करते हुए ये स्प्ष्ट कर दिया था कि इनकी बीजेपी में वापसी कभी नहीं होगी. लेकिन बदलते सियासी समीकरणों के बीच भाजपा ने भी अपना मूड बदल लिया. बताया जा रहा है कि बीजेपी की ओर से रामदयाल उईके को ये आश्वासन दिया गया है कि सरकार बनने पर उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी.