MP: राजधानी भोपाल में वोटर लिस्ट से हटाए गए 45,323 संदिग्ध मतदाता
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MP: राजधानी भोपाल में वोटर लिस्ट से हटाए गए 45,323 संदिग्ध मतदाता

मध्य प्रदेश के शिवपुरी में फर्जी मतदाता बनाए जाने के खुलासे के बाद से ही निर्वाचन आयोग ने कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं.

राजधानी भोपाल में 15,699 वोटर्स की दोबारा से जांच कराई जा रही है.(फाइल फोटो)

नई दिल्ली/भोपाल: मध्य प्रदेश के शिवपुरी में फर्जी मतदाता बनाए जाने के खुलासे के बाद से ही निर्वाचन आयोग ने कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. राजधानी भोपाल में निर्वाचन आयोग ने बड़ा कदम उठाते हुए वोटर्स लिस्ट की जांच के बाद 45,323 वोटर्स के नाम काट दिए गए हैं. ये सभी अनुपस्थित, स्थानांतरित, मृत और डबल नाम वाले वोटर्स हैं. आपको बता दें कि कांग्रेस की चुनाव रणनीति एवं योजना समिति के पदाधिकारियों ने मतदाता सूची में गड़बड़ी, फर्जी और अपात्र मतदाताओं सहित अन्य शिकायतों को लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह से मुलाकात की थी. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी का कहना था कि वोटर लिस्ट में लगातार गड़बड़ियों की शिकायत मिल रही हैं और इसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. 

हुजूर विधानसभा में मिले सबसे ज्यादा संदिग्ध वोटर्स
भोपाल में 15,699 वोटर्स की दोबारा से जांच कराई जा रही है. बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा संदिग्ध वोटर्स हुजूर विधानसभा में मिले हैं. हुजूर विधानसभा में करीब 13,486 वोटर्स के नाम दूसरी जगह शिफ्ट होने के बावजूद भी यहां की लिस्ट में जुड़े थे. आपको बता दें कि जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा भोपाल की सातों विधानसभाओं में वोटर लिस्ट में जुड़े अनुपस्थित, स्थानांतरित, मृत और डबल नाम वाले वोटर्स के नामों की तलाश की गई, जिसमें करीब 61,022 वोटर्स संदिग्ध मिले थे. इनकी जांच करने के बाद 45,323 वोटर्स के नाम लिस्ट से काट दिए गए हैं. उपजिला निर्वाचन अधिकारी जीपी माली ने बताया कि संदिग्ध वोटर्स की जांच कराकर नाम काट दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि शेष बचे मतदाताओं की जांच के लिए बीएलओ को मौके पर भेजा जाएगा. 

जांच के बाद 45,323 वोटर्स के नाम हटे
राजधानी की बैरसिया विधानसभा सीट में 1774, उत्तर सीट पर 5606, नरेला सीट पर 3795, दक्षिण सीट पर 4170, मध्य सीट पर 6142, गोविंदपुरा सीट पर 5715 वोटर्स के नाम काटे गए हैं. सबसे ज्यादा संदिग्ध वोटर्स 18120 हुजूर विधानसभा सीट पर सामने आए. उपजिला निर्वाचन अधिकारी का कहना है कि सभी एसडीएम से रिपोर्ट मांगी गई है और बीएलओ को डोर-टू-डोर भेजकर जांच कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि वोटर लिस्ट में गड़बड़ी को दूर करने के लिए कब्रिस्तान और श्मशानघाटों से भी मृतकों का रिकॉर्ड मांगा गया है. साथ ही नगर निगम द्वारा जारी किए गए मृत्यु प्रमाण पत्रों की छानबीन भी की जा रही है. 

शिवपुरी में सामने आए थे 60,000 फर्जी मतदाता
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के शिवपुरी में फर्जी मतदाता बनाए जाने का बड़ा खुलासा हुआ था. यहां लगभग 60,000 फर्जी मतदाता पाए गए थे, जिनमें से लगभग 21,000 ऐसे थे, जिनकी वर्षो पहले मौत हो चुकी है. निर्वाचन अधिकारी ने इन मतदाताओं को संदिग्ध बताकर सूची सही किए जाने की बात कही थी. गौरतलब है कि शिवपुरी जिले की पांच विधानसभा सीटों में 59,517 वोटर फर्जी पाए जाने के बाद अभी तक 24992 वोटरों के नाम सूची से काट दिए गए हैं. इसमें से मृत 20,886 मतदाताओं में से 14901 मतदाताओं के नाम सूची में से हटाए गए हैं.

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