हले चरण में हमने सड़क, बिजली, पानी और लाडली लक्ष्मी जैसे सामाजिक सरोकारों पर काम किया. राज्य विकासशील मध्यप्रदेश की श्रेणी में पहुंचा.
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नई दिल्लीः मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उनके शासनकाल में राज्य का चरणबद्ध विकास हुआ है, यही कारण है कि तीसरी जन आशीर्वाद यात्रा में जनता का स्नेह पिछली यात्राओं से ज्यादा मिल रहा है. मुख्यमंत्री शिवराज ने शनिवार को उज्जैन के बाबा महाकाल के दर्शन के बाद तीसरी जन आशीर्वाद यात्रा शुरू की है. यात्रा का रविवार को दूसरा दिन है. जन आशीर्वाद यात्रा के चलते मुख्यमंत्री जगह-जगह रथ से सभाओं को संबोधित कर रहे हैं. चौहान ने कहा कि शनिवार को जैसा वातावरण था, वैसा वातावरण पिछली दो जन आशीर्वाद यात्रा 2008 और 2013 में नहीं देखा. हमने सरकार के तीन कार्यकाल में मध्यप्रदेश का चरणबद्ध विकास किया है.
आज मध्यप्रदेश में 24 घंटे बिजली रहती है
- उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनने के बाद हमें बीमार और बदहाल मध्यप्रदेश मिला था. सड़कों में गड्ढे थे, बिजली गुल थी, पीने को पानी नहीं था, सिंचाई की सुविधाएं नहीं थी इसलिए पहले चरण में हमने सड़क, बिजली, पानी और लाडली लक्ष्मी जैसे सामाजिक सरोकारों पर काम किया. राज्य विकासशील मध्यप्रदेश की श्रेणी में पहुंचा.
- चौहान ने आगे कहा कि "दूसरे चरण में हमने विकसित मध्यप्रदेश की नींव रखी. सिंचाई के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति करते हुए 7.5 लाख हेक्टेयर की सीमा को 40 लाख हेक्टेयर तक पहुंचाया. डेढ़ लाख किलोमीटर की नई सड़कें बनाई. जिस मध्यप्रदेश में कभी तीन से चार घंटे मुश्किल से बिजली मिला करती थी, वहां 24 घंटे बिजली और पर्याप्त बिजली का अपना अभियान पूरा किया."
हमने डकैत रहित मध्य प्रदेश बनाया
मुख्यमंत्री ने आगे कहा "कि आज मध्य प्रदेश विकसित राज्य की श्रेणी में दिखाई देता हैं. अब तीसरी जन आशीर्वाद यात्रा के बाद जब जनता हमें चौथी बार सरकार बनाने का अवसर प्रदान करेगी तो उसके लिए भी हमारा रोडमैप तैयार है." कानून व्यवस्था के मुद्दे पर एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि "एक जमाना था जब उत्तरी मध्य प्रदेश डकैतों की भरमार के लिए जाना जाता था. हमने डकैत रहित मध्य प्रदेश बनाकर दिया है. एक जमाना था जब मध्य प्रदेश में मंत्री की गर्दन काट ली गई. हमने नक्सलवाद मिटा दिया है."
कांग्रेस के जमाने में महिलाओं के प्रति अगणित अपराध होते थे
महिला अपराध के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि "यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. हमारे मन-मस्तिष्क को झकझोर देती हैं, लेकिन मुझे इस बात पर शर्म आती है कि कांग्रेस के जमाने में जब महिलाओं के प्रति इस प्रकार के अगणित अपराध होते थे, तो कांग्रेस के लोग उसकी कीमत लगाते थे. एक बार दुष्कर्म होने पर इतना पैसा और दूसरी बार दुष्कर्म होने पर उतना पैसा. दूसरी ओर, हमने बच्चियों के प्रति इस तरह का भाव रखने वाले लोगों के लिए कठोरतम कानून, फांसी का प्रावधान किया है." (इनपुटः आईएएनएस)