राजस्थान चुनाव: BJP के घोषित उम्मीदवारों में मुस्लिम चेहरा नदारद, पार्टी कर सकती है विचार
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राजस्थान चुनाव: BJP के घोषित उम्मीदवारों में मुस्लिम चेहरा नदारद, पार्टी कर सकती है विचार

बीजेपी ने सात दिसंबर को राजस्थान में होने वाले विधान चुनाव के लिए दो किस्तों में 162 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है

कुछ लोग यह मानने लगे हैं कि भाजपा विधानसभा चुनाव में हिंदू कार्ड खेल रही है.

जयपुर: भारतीय जनता पार्टी ने सात दिसंबर को राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए दो किस्तों में 162 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है, लेकिन इनमें अब तक एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं है. इससे कुछ लोग यह मानने लगे हैं कि भाजपा विधानसभा चुनाव में हिंदू कार्ड खेल रही है. हालांकि, राजस्थान के अलवर के मूल निवासी केंद्रीय पर्यटन व संस्कृति मंत्री महेश शर्मा इस बात से इनकार करते हैं, लेकिन पार्टी के अन्य लोगों का कहना है कि भाजपा को मालूम है कि राजस्थान में मुस्लिम उसका वोट बैंक नहीं है. 

नागौर से विधायक हबीबुर रहमान ने बुधवार को कांग्रेस का दामन दाम लिया, क्योंकि रविवार को जारी उम्मीदवारों की सूची में उनका नाम नहीं था. रहमान ने कहा कि भाजपा राजस्थान में हिंदुत्व कार्ड खेल रही है. वहीं, प्रदेश सरकार में मंत्री यूनुस खान का भी नाम अब तक जारी उम्मीदवारों की सूची में शामिल नहीं है, लेकिन रहमान के विपरीत वह पार्टी के बफादार बने हुए हैं.

भाजपा द्वारा उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के तुरंत बाद पार्टी के अल्पसंख्यक सेल के महासचिव एम. सादिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अगर मुस्लिमों को उम्मीदवार नहीं बनाया जाएगा तो फिर पार्टी के सदस्य कैसे मुस्लिम समुदाय के पास वोट मांगने जाएंगे. 

भाजपा ने 2013 के विधानसभा चुनाव में मुस्लिम समुदाय से चार उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से दो विजयी रहे. हबीबुर रहमान नागौर से और यूनुस खान डीडवाना से चुनाव जीते थे. महेश शर्मा ने कहा, 'कांग्रेस के विपरीत भाजपा लोकतांत्रिक पार्टी है, जहां बोर्ड द्वारा उम्मीदवार तय किए जाते हैं. उम्मीदवारों की ताकत समेत कई तरह के कारकों को ध्यान में रखकर उम्मीदवारों का चयन किया जाता है.'

राजस्थान में भाजपा के चुनाव प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने कहा कि जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं और शीर्ष नेताओं से विचार-विमर्श के बाद उम्मीदवारों की सूची तैयार की जाती है. उन्होंने कहा कि भाजपा उम्मीदवारों की अंतिम सूची आने वाली है और जब तक अंतिम सूची नहीं आ जाती, तब तक जाति या धर्म के आधार पर उम्मीदवारों के बारे में कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जाना चाहिए.

राजस्थान कांग्रेस की उपाध्यक्ष अर्चना शर्मा ने कहा, 'भाजपा को अच्छा मौका मिला था, लेकिन प्रदेश में कोई काम नहीं कर पाई. अब वह ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रही है. लेकिन यह कोशिश काम नहीं आएगी, क्योंकि राजस्थान उत्तर प्रदेश नहीं है'.

वहीं भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के महासचिव सलावत खान ने कहा कि पिछले चुनाव में पार्टी ने चार मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया. उन्होंने कहा, 'अब तक हमें पार्टी उम्मीदवारी नहीं है. हमें अभी उम्मीद है कि पार्टी मुस्लिम समुदाय से उम्मीदवार बनाने पर विचार करेगी'. राजस्थान की 200 सदस्यीय विधानसभा में 2013 में भाजपा 163 सीटों पर चुनाव जीती थी.

(इनपुट-आईएएनएस)

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