कृषि संबल योजना अंतर्गत भूमिहीन श्रमिकों के लिए कौशल और क्षमता विकास प्रशिक्षण आयोजित
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कृषि संबल योजना अंतर्गत भूमिहीन श्रमिकों के लिए कौशल और क्षमता विकास प्रशिक्षण आयोजित

Nagaur News: राजस्थान के नागौर जिले में कृषि संबल योजना अंतर्गत भूमिहीन कृषि श्रमिकों के कौशल विकास और क्षमता विकास हेतु प्रशिक्षणों का आयोजन किया गया. 

कृषि संबल योजना अंतर्गत भूमिहीन श्रमिकों के लिए कौशल और क्षमता विकास प्रशिक्षण आयोजित

Nagaur News: नागौर जिले में राजस्थान कृषि संबल योजना अंतर्गत भूमिहीन कृषि श्रमिकों के कौशल विकास और क्षमता विकास हेतु प्रशिक्षणों का आयोजन शुरू किया गया. 

जिले की खींवसर में ग्राम पंचायत बिरलोका, मुण्डवा में हिलोडी, मेड़तासिटी में कात्यासनी, रिंयाबड़ी में गवारड़ी, भैरून्दा में माण्डल जोधा, डेगाना में डेगाना गांव, जायल में खिंयाला, नागौर मे रोहिणी, कुचामनसिटी में भांवता, मकराना में बूडसू, मौलासर में दयालपुरा, परबतसर में बाजवास, डीडवाना में छोटी खाटू, नांवा में चौसला और लाडनूं में लाछड़ी में राजस्थान कृषि संबल योजनान्तर्गत भूमिहीन कृषि श्रमिकों के कौशल विकास और क्षमता विकास हेतु प्रशिक्षणों का आयोजन आरम्भ किया गया. 

इस दौरान डॉ. सुवा लाल जाट, निदेशक समेती आत्मा, जयपुर और डॉ. अतर सिंह मीणा, संयुक्त निदेशक कृषि आयुक्तालय, जयपुर द्वारा पंचायत समिति नांवा में ग्राम पंचायत चौसला, कुचामन में भांवता, मकराणा में बुडसू और मौलासर में दयालपुरा में उक्त प्रशिक्षणों का निरिक्षण किया गया. 

निरिक्षण के दौरान डॉ. सुवा लाल जाट, निदेशक समेती आत्मा, जयपुर द्वारा कृषि श्रमिकों को संबोधित करते मुख्यमंत्री कृषि श्रमिक संबल योजना के बारे में जानकारी दी और कहा कि कृषि और पशुपालन क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी सम्मानीय है. महिलाओं के सशक्तिकरण की बहुत आवश्यकता है. डॉ. जाट ने विभिन्न जैविक आदान के निर्माण के बारे में जानकारी दी, जिसमें वेस्ट डीकम्पोजर, पंचगव्य, नीमास्त्र, ब्रहमास्त्र आदि के निर्माण के बारे में जानकारी दी गई. 

डॉ. अतर सिंह मीणा, संयुक्त निदेशक कृषि आयुक्तालय, जयपुर ने कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं यथा फार्मपोण्ड, कृषि यंत्र, तारबन्दी द्वारा पाइप लाइन, आत्मा योजनाओं और उद्यान विभाग द्वारा यथा सोलर, शेडनेट हाउस, ग्रीन हाउस, मशरूम उत्पादन, प्याज भण्डार, फल उद्याल लगाने की योजना आदि योजनाओं के बारे में जानकारी दी. साथ ही मुख्यमंत्री सम्बल योजना के अंतर्गत बांटे जाने वाले कृषि यत्रों की योजना की भी जानकारी दी गई.

परियोजना निदेशक आत्मा, नागौर हरीश मेहरा और सहायक निदेशक कृषि शंकर राम सियाक द्वारा पंचायत समिति नागौर के राहिणी गांव में आयोजित शिविर में भाग लिया और भूमिहीन महिला श्रमिकों को विभागीय योजनाओं और महिलाओं के सशक्तिकरण के बारे में बताया है. 

डॉ. पन्ना लाल जाट, सहायक निदेशक कृषि (विस्तार) कुचामनसिटी ने बताया कि राजस्थान कृषि संबल योजना के तहत भूमिहीन कृषि श्रमिकों आवश्यकता के आधार पर निम्न मॉड्यूल पर यथा कृषि यंत्रो का उपयोग और संधारण (हस्तचलित एवं अर्द्धयांत्रिक), उन्नत बागवानी तकनीक, संरक्षित संरचनाओं का संधारण पॉलीहाउस, ग्रीनहाउस, शेडनेट हाउस और ड्रीप संधारण, पौध संरक्षण यंत्रो का उपयोग और रखरखाव, जैविक आदान निर्माण की वैज्ञानिक विधियां और फल एवं सब्जी परिरक्षण विषय पर प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जाएगा. 

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उक्त प्रशिक्षण प्रगतिशिल कृषकों के खेत/कृषि विज्ञान केन्द्र/कृषि विज्ञान उप केन्द्र पर आयोजित किए जाएंगे. इन प्रशिक्षणों द्वारा भूमिहीन कृषि श्रमिकों के कौशल विकास और क्षमता विकास निर्माण में वृद्धि होगी और भूमिहीन कृषि श्रमिकों की आय के स्त्रोत में वृद्धि होगी. प्रशिक्षण के दौरान डॉ. पी.डी. चौधरी, कृषि अधिकारी और गुन्जन आसवानी, उप परियाजना निदेशक आत्मा, नागौर ने भी प्रशिक्षण में आवश्यकता आधारित जानकारी प्रदान की है.

Reporter: Damodar Inaniya

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