सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी को न तो सुप्रीम कोर्ट पर विश्वास है और न ही संविधान पर. वह किसी भी हद तक जा सकती है.
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नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे ही राम मंदिर को लेकर सियासत गरमाती जा रही है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामले की सुनवाई जनवरी तक टाल दिए जाने के बाद केंद्र सरकार पर अध्यादेश लाने का दबाव लगातार बढ़ रहा है. इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि उसे न तो सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है और न ही संविधान पर. बीजेपी किसी भी हद तक जा सकती है. उत्तर प्रदेश, खासकर अयोध्या का माहौल जिस तरह बदल रहा है उसे देखते हुए सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिए और जरूरत पड़ने पर आर्मी की तैनाती की जानी चाहिए.
इस बीच 22 नवंबर को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने 25 नवंबर को अयोध्या में धर्मसभा के आयोजन की घोषणा कर दी है. विहिप ने इसे राम मंदिर निर्माण के लिए अंतिम धर्मसभा बताया है. विहिप की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि राम मंदिर निर्माण के लिए यह धर्मसभा अंतिम संदेश है.
BJP does not believe in either SC or constitution. BJP can go to any extent. The kind of environment there is in UP, especially in Ayodhya, the Supreme Court should take notice of it and bring army if necessary: Former UP CM Akhilesh Yadav #RamTemple pic.twitter.com/dil0rtYHVA
— ANI (@ANI) 23 November 2018
विहिप के अवध प्रांत के संगठन मंत्री भोलेन्द ने बयान में लोगों से आह्वान किया कि वे सभी 25 नवंबर को अयोध्या पहुंचें. इस दिन अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बनाने के लिए अंतिम धर्मसभा हो रही है. इसके बाद धर्मसभा नहीं होगी, मंदिर निर्माण होगा. विहिप के संगठन मंत्री ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि यह धर्मसभा श्रीराम के विरोधियों को, जनेऊ पहन हिंदू बनकर मान सरोवर की यात्रा करने वालों और रामनामी दुपट्टा ओढ़कर राम मंदिर का विरोध करने वालों को भी अंतिम संदेश है.
Humne 17 minute mein Babri tod di, to kanoon banane mein kitna time lagta hai?Rashtrapati Bhawan se lekar UP tak BJP ki sarkar hai. Rajya Sabha mein aise bahot sansad hai jo Ram mandir ke saath khade rahenge,jo virodh karega uska desh mai ghumna mushkil hoga:Sanjay Raut,Shiv Sena pic.twitter.com/62zlo0eZJ5
— ANI (@ANI) 23 November 2018
वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि हमने 17 मिनट में बाबरी मस्जिद तोड़ दी थी, तो कानून बनाने में कितना समय लगता है? राष्ट्रपति भवन से लेकर उत्तर प्रदेश तक बीजेपी की सरकार है. राज्यसभा में भी कई ऐसे सांसद हैं तो राम मंदिर निर्माण के पक्ष में हैं. जो सांसद इसका विरोध करेंगे उनका देश में घूमना मुश्किल हो जाएगा.