तीन तलाक का विरोध करने वाली निदा खान के खिलाफ फतवा जारी, हुक्‍का-पानी बंद
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand418602

तीन तलाक का विरोध करने वाली निदा खान के खिलाफ फतवा जारी, हुक्‍का-पानी बंद

सोमवार को यह फतवा दरगाह आला हजरत के दारूल इफ्ता ने जारी किया है. निदा को इस्‍लाम से खारिज किया गया.

निदा खान को इस्‍लाम से किया गया खारिज.

बरेली : तीन तलाक जैसे मामलों के खिलाफ आवाज बलंद करने वाली बरेली के आला हजरत खानदान की बहू निदा खान के खिलाफ फतवा जारी किया गया है. इसके तहत निदा खान का हुक्‍का पानी बंद कर दिया गया है. यह फतवा दरगाह आला हजरत के दारूल इफ्ता ने जारी किया है. इसमें कहा गया है कि निदा अल्‍लाह या खुदा के बनाए कानून का विरोध कर रही हैं. इस कारण उनके खिलाफ फतवा जारी किया जा रहा है. बरेली के शहर इमाम मुफ़्ती खुर्शीद आलम ने दरगाह आला हजरत पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि निदा का हुक्का पानी बंद कर दिया गया है.

  1. निदा खान ने जारी फतवे का किया विरोध
  2. कहा- फतवा जारी करने वाले पाकिस्तान चले जाएं
  3. कहा- हिंदुस्तान लोकतांत्रिक देश है, यहां दो कानून नहीं चलेंगे

सोमवार को जारी फतवे में कहा गया है कि निदा की मदद करने वाले, उनसे मिलने-जुलने वाले मुसलमानों को भी इस्लाम से खारिज किया जाएगा. निदा अगर बीमार हो जाती हैं तो उनको दवा भी नहीं दी जाएगी. निदा की मौत पर जनाजे की नमाज पढ़ने पर भी रोक लगा दी गई है. इतना ही नहीं निदा के मरने पर उन्‍हें कब्रिस्तान में दफनाने पर भी रोक लगा दी गई है.

वहीं इस मामले में निदा खान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पलटवार करते हुए कहा कि फतवा जारी करने वाले पाकिस्तान चले जाएं. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान एक लोकतांत्रिक देश है. यहां दो कानून नहीं चलेंगे. उन्होंने कहा कि ये लोग सिर्फ राजनीति चमका रहे हैं. उन्‍होंने सवाल उठाया कि इस्लाम से खारिज करने वाले ये होते कौन हैं. शरीयत पहले वो अपने घर पर जाकर लागू करें फिर आवाम पर लागू करें. क्योंकि उनको शरीयत के नाम पर आवाम को भड़काना आता है. उनके खानदान में पहले से हराम काम हो रहा है. दारुल इफ्ता में मर्दों से पैसे लेकर उनके पक्ष में फैसला दे दिया जाता है. औरतों को इंसाफ नहीं मिलता. 

निदा ने कहा कि उन लोगों की इस हरकत से उन्हें नुकसान हो रहा है इसलिए उन पर क्लेम करूंगी. तौकीर रज भी तो इस्लाम से खारिज हो चुके हैं. तौकीर रजा जब देवबंद गए थे तब उन्हें भी इस्लाम से खारिज कर दिया गया था. लेकिन उन्होंने तो दोबारा कलमा नहीं पढ़ा. जबकि तौकीर के खिलाफ मस्जिदों से ऐलान भी हो गया था. पूरी शरीयत इन लोगों ने अपने हिसाब से मैनुपुलेट कर रखी है.

पुराना शहर के मुहल्ला शाहदाना निवासी निदा खान का निकाह 16 जुलाई 2015 को आला हजरत खानदान के उसमान रजा खां उर्फ अंजुम मियां के बेटे शीरान रजा खां से हुआ था। अंजुम मियां आल इंडिया इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल के मुखिया मौलाना तौकीर रजा खां के सगे भाई हैं. निदा का कहना है कि शादी के बाद से ही उसके साथ मारपीट की गई जिससे उसका गर्भपात हो गया. शौहर शीरान रजा खां ने 5 फरवरी 2016 को 3 तलाक देकर घर से निकाल दिया.

Trending news